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बाल यौन शोषण व तस्करी के मामले में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर का बेटा गिरफ्तार, जानें क्‍या है पूरा मामला

हावड़ा में बाल यौन शोषण के मामले में सुमित अधिकारी की पत्नी गीताश्री अधिकारी और समाज कल्याण दफ्तर के उच्च पदस्थ अधिकारी देव कुमार भट्टाचार्य सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि इस गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक पार्टियों में काफी हलचल मची थी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 05:50 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 10:59 PM (IST)
बाल यौन शोषण व तस्करी के मामले में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर का बेटा गिरफ्तार, जानें क्‍या है पूरा मामला
बाल यौन शोषण व तस्करी के मामले में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर का बेटा गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : हावड़ा के मालीपांचघड़ा होम कांड में हावड़ा नगर निगम की पूर्व डिप्टी मेयर के बेटे सुमित अधिकारी को सोमवार की सुबह हावड़ा सिटी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हावड़ा में बाल यौन शोषण के मामले में सुमित अधिकारी की पत्नी गीताश्री अधिकारी और समाज कल्याण दफ्तर के उच्च पदस्थ अधिकारी देव कुमार भट्टाचार्य सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि इस गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक पार्टियों में काफी हलचल मची थी।

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पुलिस सूत्रों के अनुसार मालीपांचघड़ाऔर हावड़ा महिला पुलिस ने सोमवार रात संयुक्त अभियान चलाया। इसी छापेमारी में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर मिंति अधिकारी के बेटे सुमित को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस यह जानकारी हासिल करना चाह रही है कि कहीं यहां से बच्चों की तस्करी तो नहीं होती थी।

पुलिस ने 10 लोगों को पहले किया था गिरफ्तार

सरकार द्वारा स्वीकृत होम हावड़ा के सलकिया में श्रीराम ढांग रोड पर स्थित है। स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि बच्चों के रोने की आवाज अक्सर करुणा वेस्ट बंगाल चाइल्ड एंड वेलफेयर सोसाइटी के घर से आती थी। पुलिस ने 20 नवंबर को यहां छापेमारी की थी। गीताश्री अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी देवकुमार भट्टाचार्य समेत कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन पर बाल यौन शोषण समेत कई आरोप लगे थे। पुलिस अभियान के बाद से होम बंद है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।

सलकिया होम में बच्चों के साथ होता था अत्याचार

पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस होम में छह महीने से 12 साल तक के बच्चों को रखा गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गोद लेने के नाम पर बच्चों को बेचा जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तिलजला ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मियों को उस समय शक हुआ था, जब उन्होंने दो किशोरों को रोते हुए देखा। तिलजला पुलिस ने ट्रैफिक गार्ड से सूचना मिलने के बाद दो किशोरों को छुड़ाकर युवक को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


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