West Bengal : कोलकाता के होटलों में अस्पतालों ने शुरू किया कोरोना के मरीजों का इलाज
West Bengal आइएलएस हॉस्पिटल्स समेत कई अस्पतालों ने की है पहल कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को रखकर किया जा रहा इलाज
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। कोलकाता के होटलों में कोरोना के मरीजों को रखकर विभिन्न अस्पतालों ने उनका इलाज करना शुरू कर दिया है। आइएलएस समेत कई अस्पतालों ने यह पहल की है। होटलों में कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जा रहा है।
आइएलएस हॉस्पिटल्स (जीपीटी ग्रुप) के ग्रुप वाइस प्रेसिडेंट- बिजनेस डेवलपमेंट देवाशीष धर ने 'दैनिक जागरण' से बातचीत में कहा-'हमने सोनेट नामक चार सितारा होटल के साथ इस बाबत करार किया है। मरीजों को होटल की सारी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। होटल के प्रत्येक फ्लोर पर हमारे जूनियर डॉक्टर व दो नर्स की टीम 24 घंटे तैयार रहती है। ऑक्सीजन व अन्य चिकित्सा उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है। समय पर मरीजों को दवा दी जाती है। होटल में कुल 120 कमरे हैं। मरीजों के एक ही परिवार से होने पर उन्हें रूम शेयरिंग आधार भी रखा जाता है। हमारा अस्पताल होटल के पास ही है इसलिए होटल में रखे गए किसी मरीज की तबीयत खराब होने पर उसे तुरंत अस्पताल शिफ्ट किया जा सकता है। हमने कई और होटलों के साथ भी करार किया है।'
धर ने आगे कहा-'हम कोरोना के मरीजों को उनके घर में रखकर भी इलाज कर रहे हैं। होम क्वारंटाइन में उन मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें या तो कोरोना के लक्षण नहीं हैं या बेहद हल्के हैं। उन मरीजों के शरीर में डूजी नामक यंत्र लगा दिया जाता है, जिससे खून में ऑक्सीजन की मात्रा और पल्स व हार्ट रेट पर 24 घंटे निगरानी रखी जाती है। उनके घर में वाईफाई लगा दिया जाता है, जिसके जरिए उक्त मरीज का डेटा हमारेअस्पताल के सिस्टम में आ जाता है। डॉक्टर व नर्स की टीम अस्पताल से मरीज की हालत पर 24 घंटे नजर रखती है ।'
धर ने कहा- "हम कोरोना के मरीजों के इलाज में चार तरह की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। बंगाल में हमारे तीन अस्पताल हैं। दो कोलकाता के दमदम व साल्टलेक व एक हावड़ा के गोलाबाडी़ थाना इलाके में है। हावड़ा वाले अस्पताल को सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। वहां कुल 100 बेड हैं, जिनमें से 90 बेड नि:शुल्क है। सरकारी रेफरल पर वहां कोरोना के मरीजों का मुफ्त में इलाज किया जा रहा है। वही दमदम व साल्टलेक के अस्पतालों में निजी तौर पर इलाज हो रहा है। हमारे प्रत्येक अस्पताल में 27 डॉक्टरों की टीम मुस्तैद है।