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'हिंदी के प्रचार-प्रसार को संकल्पित योगदान जरूरी'

राजभाषा का सम्मान, कार्यान्वयन व उसकी प्रगति हम सभी का संवैधानिक उत्तरदायित्व है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 03:02 AM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 03:02 AM (IST)
'हिंदी के प्रचार-प्रसार को संकल्पित योगदान जरूरी'
'हिंदी के प्रचार-प्रसार को संकल्पित योगदान जरूरी'

- जनता और सरकार के बीच सेतु का काम करती है राजभाषा

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- हिंदी का अधिकतम इस्तेमाल ही उसकी सार्थकता व स्वीकार्यता बढ़ाएगी

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जागरण संवाददाता, कोलकाता : राजभाषा का सम्मान, कार्यान्वयन व उसकी प्रगति हम सभी का संवैधानिक उत्तरदायित्व है। उक्त बातें ईपीएफ के आंचलिक प्रशिक्षण संस्थान (पूर्व क्षेत्र) के प्रभारी व क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त -1 गौतम ने कही। वह हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। हिंदी दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि विश्व में सौ करोड़ से भी अधिक लोग बोलचाल में हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इसके बावजूद हिंदी जिसकी हकदार है, वह स्थान उसे अब तक नहीं मिला है। आलम यह है कि देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी को बढ़ावा देने के लिए आजादी के 70 साल बाद भी हिंदी दिवस का आयोजन करना पड़ रहा है। हमें सरल व आम बोलचाल वाली भाषा का प्रयोग करना चाहिए। सभी से हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए संकल्पित विचार के साथ अपना योगदान सुनिश्चित करने की अपील की। वरिष्ठ हिंदी अनुवादक रविंद्र लाल कर्ण ने इस मौके पर सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राजभाषा जनता और सरकार के बीच सेतु का काम करती है, अत: सरकारी कामकाज में जनता की भाषा का जितना अधिक इस्तेमाल होगा, उसकी उपयोगिता, स्वीकार्यता एवं सार्थकता उतनी ही ज्यादा विशाल आकार लेगी। इसके साथ ही दैनिक कार्यो में सभी को हिंदी भाषा का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की उन्होंने अपील की।

उल्लेखनीय है कि ईपीएफ आंचलिक प्रशिक्षण संस्थान (पूर्व क्षेत्र) की ओर बीते साल एक से 15 सितंबर के बीच आयोजित हिंदी पखवाड़ा के दौरान हिंदी पर निबंध, हिंदी विचार, टिप्पणी व आलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को शुक्रवार को आयोजित हिंदी पखवाड़ा कार्यक्रम में प्रमाणपत्र एवं नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें डीपीए पल्लव कुमार चक्रवर्ती, डीपीए राजीव दत्ता, वरिष्ठ सामाजिक सुरक्षा सहायक मानस कुमार चक्रवर्ती, वरिष्ठ सामाजिक सुरक्षा सहायक मानस रंजन जती, वरिष्ठ सामाजिक सुरक्षा सहायक संजीव चटर्जी, सामाजिक सुरक्षा सहायक सम्राट मल्लिक, एमटीए आदित्य चौधरी व भास्कर दास शामिल हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया गया। इस अवसर पर सहायक भविष्य निधि आयुक्त पीके सिन्हा, सहायक भविष्य निधि आयुक्त वासुदेव मुखोपाध्याय व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मानस रंजन जती ने किया।


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