यहां स्पीड लिमिट को तोड़ने वाले चालकों को अब जेल की हवा खानी पड़ेेगी
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की शिनाख्त करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। साथ ही स्पीड ट्रैपर को भी लगाया गया है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। ‘सेफ ड्राइव-सेफ लाइफ’ को लेकर कोलकाता ट्रैफिक पुलिस सख्त हो गई है। अब स्पीड लिमिट को तोड़ने वाले चालकों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की शिनाख्त करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। साथ ही स्पीड ट्रैपर को भी लगाया गया है। पहले दिन अधिकतम स्पीड क्रास करने वाले 46 चालकों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
बता दें कि लापरवाह चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होने से सड़क हादसों में इजाफा हो रहा था जिसके चलते लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही थी। वर्तमान में ओवर स्पीड वाहन चलाने पर अधिकतम 500 रुपये का जुर्माना देकर चालक को मुक्ति मिल जाती थी।
लेकिन अब लोगों को सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कोलकाता ट्रैफिक पुलिस ने अहम कदम उठाए हैं। वाहनों की गति को अंकुश में रखने के लिए सड़कों पर स्पीड ट्रैपर लगाए गए हैं। साथ ही वाहन चालकों की शिनाख्त करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। सूत्रों के अनुसार अब अधिकतम स्पीड लिमिट को 3 बार तोड़ने पर कैमरे से चालक की पहचान की जाएगी। इसके बाद चालक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ 279 आइपीसी में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
दोषी साबित होने पर 2 वर्ष की जेल एवं 3 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त हो सकता है। डीसी ट्रैफिक सुमित कुमार के अनुसार तेज रफ्तार वाहन चलाने वाले 46 चालकों की पहचान की गई है। उक्त चालकों के कारण महानगर में बड़ा हादसा हो सकता है इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर उनके लाइसेंस को जब्त कर लिया गया है। आरोपितों के खिलाफ 279 आइपीसी में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। इनमें से किसी ने 20 बार या फिर किसी ने 12-13 बार स्पीड लिमिट का उल्लंघन किया था। इसके अलावा कई और वाहन चालकों की भी पहचान की गई है जिनके खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
उधर, लालबाजार सूत्रों के अनुसार महानगर के कई और अहम स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि लापरवाह चालकों पर नजरदारी की जा सके। साथ ही ऐसे स्थानों को भी चिन्हित किया गया है जहां पर सबसे ज्यादा स्पीड लिमिट को तोड़ा जाता है।