West Bengal : डॉक्टर दंपती के शवों के साथ छह दिनों से कमरे में पड़ी थी उनकी बेटी
शवों के सड़ने से फैली दुर्गंध से हुआ घटना का खुलासा फिर ताजा हुईं रॉबिंसन स्ट्रीट कांड की भयावह यादें डॉक्टर दंपती के शवों के साथ पिछले छह दिनों से उनकी बेटी फ्लैट के एक कमरे में पड़ी हुई थी। शवों के सड़ने से फैली दुर्गंध से इसका खुलासा हुआ।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। डॉक्टर दंपती के शवों के साथ पिछले छह दिनों से उनकी बेटी फ्लैट के एक कमरे में पड़ी हुई थी। शवों के सड़ने से फैली दुर्गंध से इसका खुलासा हुआ। उत्तर 24 परगना जिले के बरानगर में यह सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर रॉबिंसन स्ट्रीट कांड की भयावह यादें ताजा कर दी हैं। मरने वालों के नाम डॉक्टर एके चौधरी और डॉक्टर एस. चौधरी हैं। दोनों की उम्र 70 वर्ष के पार थी। उनकी बेटी का नाम देवी है, जो मानसिक रोगी बताई जा रही है।
इलाके के लोगों से इस परिवार का काफी कम मेलजोल था। डॉक्टर दंपती की स्वाभाविक मौत हुई, उन्होंने खुदकशी की या फिर उनकी हत्या की गई, पुलिस इसे लेकर फिलहाल उलझन में है। देवी से इस बाबत पूछताछ की जा रही है, हालांकि मनोरोगी होने के कारण वह किसी भी सवाल का सही तरीके से जवाब नहीं दे पा रही है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस कुछ भी कहने की स्थिति में होगी। पड़ोसियों से पता चला है कि देवी तलाकशुदा है और पिछले कई वर्षों से अपने माता-पिता के साथ उनके फ्लैट में रह रही थी। पुलिस हालांकि इसे स्वाभाविक मौत का मामला नहीं मान रही। क्योंकि एक ही समय पर दो लोगों की मौत संदेह जताता है।
उत्तर 24 परगना जिले के बरानगर में यह सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर रॉबिंसन स्ट्रीट कांड की भयावह यादें ताजा कर दी हैं। गौरतलब है कि कुछ साल पहले रॉबिंसन स्ट्रीट में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जहां एक व्यक्ति वर्षों से अपनी दीदी के कंकाल के साथ रह रहा था। बेहला में भी एक ऐसी घटना सामने आई थी, जहां एक व्यक्ति ने अपने मां के शव को रेफ्रिजरेटर में डाल दिया था और पेंशन लेने के लिए उनके अंगूठे के निशान का इस्तेमाल करता था।