बंगाल में फर्जी टीकाकरण शिविर आयोजित करने के मामले में स्वास्थ्यकर्मी गिरफ्तार
बंगाल में अवैध रूप से कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के मामले में स्वास्थ्यकर्मी गिरफ्तार किया गया।पुलिस ने टीके की कुछ खुराकें बरामद करने के बाद उसे जांच के लिए भेज दिया है। टीकाकरण शिविर आयोजित करने में उसका सहयोग करने वाले अन्य लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में अवैध रूप से कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के मामले में शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले से एक स्वास्थ्यकर्मी को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बताकर राजधानी कोलकाता के कसबा क्षेत्र में फर्जी कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के मामले में पुलिस ने एक माह पहले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
इस टीकाकरण शिविर में अभिनेत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी टीका लगवाया था। सोनारपुर शिविर में जिन लोगों को टीका लगाया गया ,उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एसएमएस नहीं आया। संदेह होने पर लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस में की।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने शनिवार को आरोपित को सोनारपुर के रूपनगर इलाके के एक घर से गिरफ्तार कर लिया, जहां वह एक और टीकाकरण शिविर का आयोजन कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक आरोपित व्यक्ति टीका लगाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति से 300 से 400 रुपये तक वसूल कर रहा था। उसने अब तक कम से कम 40 से 50 लोगों को टीका लगाया था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में काम करता था। इसके अलावा वह बांकुरा जिले के मसाट में एक स्वास्थ्य उप-केंद्र में टीका समन्वयक के रूप में भी काम कर चुका है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपित ने मसाट में नौकरी छोड़ दी और सोनारपुर में एक समन्वयक के रूप में काम करना शुरू कर दिया। इस बात का संदेह है कि सोनारपुर में काम करने के दौरान उसने टीके की खुराकें चुराईं और बाद में लोगों को टीका लगाना शुरू कर दिया।’’
पुलिस ने टीके की कुछ खुराकें बरामद करने के बाद उसे जांच के लिए भेज दिया है। टीकाकरण शिविर आयोजित करने में उसका सहयोग करने वाले अन्य लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही है।