मेड इन यूएसए पिस्टल से हैदर ने भाई को मारी गोली, विदेशी पिस्टल बनी पुलिस के लिए पहेली
हली पूछताछ में जो हैदर ने कहा है वह पुलिस की खूफिया तंत्र को भी कटघरे में खड़ा करता है। जिस पिस्टल से हैदर ने अपने भाई सफदर अंसारी पर गोली चलाई थी वह विदेशी है। उसपर मेड इन यूएसए गोदा हुआ है।
आसनसोल, संवाद सहयोगी। जामुड़िया थाना इलाके नाजिरपाड़ा में बुधवार को भाई को गोली मारने की घटना में गिरफ्तार हैदर अंसारी को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने रिमांड की अपील की जिसे कोर्ट ने मंजूर कर उसे सात दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। अब सात दिन पुलिस हैदर से हर राज उगलवाएगी। पहली पूछताछ में जो हैदर ने कहा है वह पुलिस की खूफिया तंत्र को भी कटघरे में खड़ा करता है। जिस पिस्टल से हैदर ने अपने भाई सफदर अंसारी पर गोली चलाई थी वह विदेशी है। उसपर मेड इन यूएसए गोदा हुआ है। पुलिस ने अपने जांच प्रतिवेदन में इसका जिक्र भी किया है। अब आश्चर्य की बात यह है कि हैदर को वह पिस्टल आखिर मिला। इसने यह पिस्टल किसी लोकल गुर्गों से खरीदा या कहीं और से लाया है इसकी जांच में पुलिस जुट गई है। हालांकि मृतक की पत्नी नजमा बानो ने जो अपने बयान में कहा है वह भी कम चौंकाने वाला नहीं है। पत्नी ने कहा है कि हैदर अंसारी घर में संपत्ति के बंटवारे को लेकर हमेशा कलह करता था। भाईयों द्वारा बार-बार समझाया जाता था लेकिन वह किसी की नहीं सुनता था। बुधवार को भी हंगामा मचा रहा था जिसपर सफदर ने रोकने की कोशिश ही की थी कि हैदर ने उसपर गोली चला दी।
गोली मार कर पिस्टल रख आया आलमीरा में
पुलिस ने अपने प्राथमिक जांच प्रतिवेदन में कोर्ट को बताया है कि हथियार की बरामदगी हैदर के कमरे में आलमीरा के अंदर से की गई है। जिसमें एक गोली लोड थी। जबकि दो गोली मृतक के शरीर में लगी थी। घर वालों की मानें तो हैदर ने हत्या कर पिस्तौल को अपने कमरे में स्थित आलमीरा में रख दिया था। इसके बाद पुलिस को खुद फोन कर बुलाया और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने पिस्टल में बची हुई गोली को भी जब्त कर लिया है।
रेलपार इलाके में सक्रिय है हथियारों का तस्कर
खबर मिली है कि रेलपार इलाके में हथियारों का तस्कर सक्रिय है। यहां के कुछ असामाजिक युवा हथियार बेचने का काम करते हैं। पुलिस हैदर के पास से बरामद हथियार के आपूर्तिकर्ता को भी तलाश रही है। आखिर वो कौन शक्स है जो एक साधारण से व्यक्ति को आसानी से हथियार उपलब्ध करा दिया, इस मसले पर भी फोकस किया जा रहा है।
पहले जानलेवा हमला फिर हत्या का केस
पुलिस ने जांच के दौरान पहले भादवि की धारा 307 और फिर धारा 302 का जिक्र किया गया है। चूंकि पुलिस ने घटनास्थल से सफदर को उठाकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा था। इस कारण प्राथमिक रूप से जानलेवा हमला से संबंधित धारा 307 का जिक्र किया गया है और अस्पताल में जब सफदर को मृत घोषित किया गया तब हत्या की धारा 302 का जिक्र किया गया। अब पूरे मामले में पुलिस जांच को जुट गई है। जानकारों की मानें तो हथियार कहां से आया इस मामले की जांच पुलिस के लिए काफी चुनौती भरा होगा। हो सकता है इस घटना के बाद हथियारों के बड़े गैंग का खुलासा भी हो जाए।