एबॉट ने गठित किया देश का पहला 'ग्रो राइट गिल्ड'
बच्चों की वृद्धि से संबंधित चार महत्वपूर्ण मानदंडों पोषण पोषण-आहार खेलकूद और प्रभाव पर दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : एबॉट ने विशेषज्ञों के साथ मिलकर देश का पहला 'ग्रो राइट गिल्ड' गठित तैयार किया है, जिसके तहत बच्चों की वृद्धि से संबंधित चार महत्वपूर्ण मानदंडों पोषण, पोषण-आहार, खेलकूद और प्रभाव पर दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं। एबॉट न्यूटीशन के प्रमुख (बाल चिकित्सा पोषण-वैज्ञानिक एवं चिकित्सा मामले) डॉ. इरफान शेख ने कहा कि खानपान संबंधी समस्याओं से छोटे बच्चों का नकारात्मक पोषण हो सकता है। उनके विकास एवं स्वभाव पर भी व्यापक असर पड़ सकता है। इसका जल्दी पता लगाकर समस्या को दूर करना जरुरी है। बचपन के शुरुआती दिनों में मस्तिष्क तेजी से विकसित होता है और वह बाहरी परिवेश के प्रति काफी संवेदनशील होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से बच्चों के लिए रोजाना 60 मिनट की जोरदार शारीरिक गतिविधि और खेलकूद की सलाह दी गई है क्योंकि इससे स्वास्थ्य को अतिरिक्त फायदा पहुंचता है। यह काफी चिंताजनक स्थिति है कि ज्यादातर भारतीय बच्चे डब्ल्यूएचओ के बताए इस मानदंड को पूर नहीं कर पा रहे हैं। ग्रो राइट गिल्ड की सदस्या न्यूट्रीशियन डॉ. एलीन कैंडे ने बताया कि आजकल के छोटे बच्चों में दबी भूख और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के मामले सबसे सामान्य हैं। आज ऑनलाइन फूड डिलीवरी की सुविधा के कारण घर के बाहर से भोजन मिलना काफी आसान हो गया है इसलिए माता-पिता के समक्ष अपने बच्चों के लिए सही पोषण को सुनिश्चित कर पाना काफी मुश्किल हो गया है। डॉ. सुमन पोद्दार ने कहा कि बचपन तेज वृद्धि और विकास का समय है। यह जीवन का बेहद महत्वपूर्ण दौर है, जो स्वस्थ वयस्क जीवन की नींव रखता है।