राज्यपाल ने कहा-राज्य में आंतरिक सुरक्षा वातावरण चिंतनीय, अलकायदा के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया बंगाल
राज्यपाल ने अब राज्य के सुरक्षा सलाहकारों के प्रदर्शन पर सवाल उठाया। उन्होंने राज्य के सुरक्षा सलाहकार सुरजीतकर पुरकायस्थ और आंतरिक सुरक्षा की प्रधान सलाहकार रीना मित्रा के कामकाज पर राज्य सरकार से रिपोर्ट भी मांगी गई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों ने राज्य में आश्रय ले रखा है और यहां उसका सुरक्षित ठिकाना बन गया है। उन्होंने खतरे से निपटने में राज्य के सुरक्षा सलाहकारों के प्रदर्शन पर सवाल उठाया।
कामकाज पर राज्य सरकार से रिपोर्ट भी मांगी
उन्होंने राज्य के सुरक्षा सलाहकार सुरजीतकर पुरकायस्थ और आंतरिक सुरक्षा की प्रधान सलाहकार रीना मित्रा के कामकाज पर राज्य सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है। धनखड़ ने ट्वीट किया कि राज्य का आंतरिक सुरक्षा वातावरण चिंतनीय है और अल-कायदा बंगाल में पनाह ले रहा है और अवैध तरीके से बम बनाने के लिए खुला घूम रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग किया है ट्वीट
उन्होंने कहा कि यह सब सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी सुरजीतकर पुरकायस्थ को राज्य का सुरक्षा सलाहकार तथा रीना मित्रा को आंतरिक सुरक्षा के लिए प्रधान सलाहकार नियुक्त करने के बावजूद हो रहा है। राज्यपाल ने अपने इस ट्वीट को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग किया है।
कथित आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था
धनखड़ ने कहा कि जवाबदेही लागू करने की जरूरत है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पिछले महीने बंगाल और केरल के एर्नाकुलम से अलकायदा के पाकिस्तान प्रायोजित मॉड्यूल से कथित रूप से जुड़े नौ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था।
तृकां सरकार के साथ चलता रहा है विवाद
बताते चलें कि बंगाल के राज्यपाल का पद संभालने के बाद से धनखड़ का तृणमूल कांग्रेस की सरकार के साथ लगातार विवाद चलता आ रहा है। राज्यपाल लगातार राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
तृकां नेताओं ने राज्यपाल की आलोचना की
राज्यपाल द्वारा आतंकी संगठन अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों के यहां पनाह लेने और यहां की आतंरिक सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने उन पर पलटवार किया है।
राज्यपाल की भूमिका आम लोगों से अलग नहीं
शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने आरोप लगाया कि धनखड़ आरएसएस के इशारे पर कार्य कर रहे हैं। उन्हाेेंने ट्वीट कर कहा, उम्मीद की जाती है कि एक राज्यपाल की भूमिका आम लोगों से अलग होगी, लेकिन यहां विपरीत हालात हैं।
निष्पक्ष भूूूूमिका जरूरी पर बंगाल में ऐसा नहीं
तृणमूल कांग्रेस की सांसद डाॅ काकोली घोष दस्तीदार ने भी धनखड़ की आलोचना करते हुए कहा कि राज्यपाल की भूमिका निष्पक्ष होनी चाहिए, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं है।
आरोप-पक्षपात अब खुलकर सामने आने लगा
आरोप लगाया कि राज्यपाल संवैधानिक पद की गरिमा का ख्याल नहीं कर रहे हैं और उनके द्वारा किये जाने वाला पक्षपात अब खुलकर सामने आने लगा है।