Raksha bandhan 2020: राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने लोगों को दी बधाई, कोरोना के चलते फीका रहा त्योहार
बंगाल में इस बार राखी का त्योहार थोड़ा फीका रहा क्योंकि भाई-बहन के बीच दूरी थी और उन्होंने एकदूसरे को आनलाइन बधाई दी
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल में इस बार राखी का त्योहार थोड़ा फीका रहा, क्योंकि भाई-बहन के बीच दूरी थी और उन्होंने एकदूसरे को आनलाइन बधाई दी तथा परिवारों ने कोरोना वायरस महामारी के चलते त्योहार पारंपरिक तरीके से नहीं मनाया। छोटे व्यापारी और राखी विक्रेता जो इस त्योहार का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते थे, उन्हें इस वर्ष नुकसान उठाना पड़ा है क्योंकि अधिकतर लोगों ने उनकी दुकानों पर लगी रंग बिरंगी रेशमी धागों वाली राखियों पर कोई ध्यान नहीं दिया। दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष तक राखी की बिक्री से पांच से दस हजार रुपये तक कमाते थे। इस बार कमाई हजार-दो हजार ही हुआ।
महामारी से हमें बड़ा झटका लगा है। शहर के बाहरी इलाके में एक दुकानदार ने कहा कि कुछ महिलाएं रविवार शाम में दुकान पर आईं थी क्योंकि पुलिस ने उन्हें दोपहर एक बजे तक के निर्धारित समय से आगे भी दुकानें खोलने की इजाजत दी थी। वहीं रविवार को रात आठ बजे तक दुकानें खोलने की इजाजत दी गई थी। कुछ नियमित ग्राहक कल शाम में हमारी दुकान पर आए। आज सुबह कोई नहीं आया...मेरे समझ नहीं आ रहा कि बड़ाबाजार से खरीदे गए सामान का क्या करूं। शहर ने सोमवार को मंदिरों के बाहर लंबी कतारें नहीं दिखीं और कुछ ही लोग कालीघाट और दक्षिणेश्वर मंदिरों में पूजा अर्चना करते दिखे।
21 वर्षीय एक कालेज छात्रा ने कहा कि हालांकि इस वर्ष मेरा भाई दिल्ली में है। मैंनें अकेले मंदिर जाने की योजना बनायी थी लेकिन सुरक्षा चिंताओं के चलते मैं नहीं गई। मैंने अपने भाई को आनलाइन शुभकामनाएं दीं और वादा किया कि जब वह मुझसे मिलेगा तो उसे अच्छा भोजन कराऊंगी।’ इससे पहले दिन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं।