असमानता दूर करने को दें अंतर्जातीय विवाह को बढ़ावा : अठावले
केंद्रीय राज्य मंत्री ने विकलांगों के लिए दिव्यांग शब्द का इस्तेमाल करने की भी अपील की। दिव्यांग विशेष हैं और उनकी प्रतिभा को मान्यता देने की जरुरत है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। दलितों पर हो रहे अत्याचार को इससे संबंधित कानून में बदलाव करने के बजाए लोगों की मानसिकता बदलकर खत्म किया जा सकता है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण राज्य मंत्री रामदास अठावले ने ये विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि लोगों को अंतर्जातीय विवाह को बढ़ावा देना चाहिए ताकि समाज में व्याप्त असमानता को दूर किया जा सके। केंद्रीय राज्य मंत्री ने आगे कहा कि पूरे देश में अब तक दलितों पर अत्याचार के 47,000 मामले दर्ज किए गए हैं, हालांकि पश्चिम बंगाल में दलितों पर अत्याचार के मामले काफी कम हैं।
प्रमोशन में आरक्षण के मसले पर अठावले ने कहा कि किसी निष्कर्ष पर आने के लिए अंशीधारकों के साथ ठोस बातचीत करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। दलितों पर अत्याचार के मामलों के लिए समाज को हार्दिक एवं अच्छे संबंध का रास्ता अपनाने की जरुरत है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने इस मौके पर विकलांगों के लिए 'दिव्यांग' शब्द का इस्तेमाल करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग विशेष हैं और उनकी प्रतिभा को मान्यता देने की जरुरत है। इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री ने उत्तर 24 परगना जिले के गोपालनगर में मतुआ समुदाय के एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया।