जनरल बिपिन रावत का इशारों में चीन को कड़ा संदेश, हम हर प्रकार की चुनौती का सामना करने को तैयार
बिपिन रावत ने कहा जमीन हवा और महासागर में तीनों मोर्चे पर हमारी सेना किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम। रावत ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय सशस्त्र बल हमारे सीमा की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास जारी सीमा विवाद के बीच देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को इशारों में चीन को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच चीन ने एलएसी के उत्तर-पूर्वी बॉर्डर पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की, लेकिन हमारे जवान सीमा की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। रावत ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल देश की सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं और हम हर प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर चुके हैं।
कोलकाता में गार्डेनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसइ) में निर्मित नौसेना के युद्धपोत आइएनएस हिमगिरि के जलावतरण के मौके पर रावत ने जोर देकर कहा कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।उन्होंने कहा- 'हमारी सेना इस तरह के हालात के लिए खुद को तैयार कर चुकी है। ये चुनौती चाहे जमीन पर मिले या हवा में या फिर समुद्र में। अगर तीनों मोर्चे पर एक साथ चुनौतियां मिली तो भी मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि हमारी तीनों सेनाएं उससे पार पाने और दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।'
पीएलए हालात को बिगाडऩे की कर रहा कोशिश
सीडीएस रावत ने आगे कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) हालात को बिगाडऩे की कोशिश कर रही है लेकिन हम उसपर कार्रवाई कर रहे हैं। 2017 में भी डोकलाम में ऐसी ही स्थिति पैदा हुई थी, जिसका भारतीय सेना ने डटकर सामना किया था। उन्होंने कहा कि हम लद्दाख में एक गतिरोध की स्थिति में हैं और इसके आधार पर कुछ विकास गतिविधियां हैं, जो तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में चल रही है। हर देश अपनी सुरक्षा के लिए अपने हित के आधार पर तैयारी करना जारी रखेगा। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि देश की धरती, जल और आकाश की रक्षा करने में तीनों सेनाएं कोई कसर नहीं छोड़ेगी। रावत से जब पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जाने वाले सीजफायर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष को अधिक चिंतित होना चाहिए। हम पूरी तरह से तैयार हैं और किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।
सिस्टम में युद्ध की तकनीक का भविष्य देखें
रावत ने इस दौरान कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने सिस्टम में युद्ध की तकनीक का भविष्य देखें। युद्ध तकनीक से सीडीएस का इशारा आधुनिक हथियारों की तरफ था।