बंगाल में खुले चार पॉक्सो कोर्ट
-बच्चों के अनुकूल बनाया गया है कोर्ट का माहौल -प्लेरूम जैसी है अंदर की सजावट ........
-बच्चों के अनुकूल बनाया गया है कोर्ट का माहौल
-प्लेरूम जैसी है अंदर की सजावट
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जागरण संवाददाता, कोलकाता : बंगाल में शनिवार को चार पॉक्सो कोर्ट का उद्घाटन हुआ। वहां नाबालिगों के यौन अपराध से संबंधित सभी मामलों की सुनवाई होगी। अदालत के अंदरुनी परिसर को खास तौर पर बच्चों के अनुकूल तैयार किया गया है ताकि बच्चे यहां आने पर अदालत में होने का बोध न करें। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एमबी लोकुर ने शनिवार को प्रथम अदालत का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की आबादी का 40 फीसद बच्चे हैं। अदालतों का निर्माण बच्चों की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। बैंकशाल कोर्ट परिसर में स्थित विचार भवन की चौथी मंजिल पर पॉक्सो कोर्ट का उद्घाटन शनिवार को हुआ। यहां मुलायम गद्दे, रंगीन खिलौने और चार्ट पेपर से ढकी दीवार को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह बच्चों का कोई प्ले स्कूल है। यहां पीड़ित नाबालिगों का बयान दर्ज किया जाएगा। यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग की भी सुविधा है। एक प्लेरूम भी है, जहां न्यायाधीश बच्चों के साथ बातचीत करेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा उन पीड़ितों के लिए है जो अभियुक्तों की शारीरिक रूप से उपस्थिति से भयभीत हो सकते हैं। ऐसे बच्चे बिना भय के बयान दर्ज करा सके, इसकी भी व्यवस्था की गई है।
उल्लेखनीय है कि इन विशेष अदालतों में रिपोर्टिंग, साक्ष्य रिकॉर्डिंग, जाच और अपराधों के त्वरित परीक्षण के लिए बच्चों के अनुकूल तंत्र लगाए गए हैं। अदालत में पीड़ितों के प्रवेश के लिए भी अलग व्यवस्था की गई है ताकि पीड़ित किसी के संपर्क में आकर भयभीत न हो।