पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की स्थिति में सुधार, दिया गया रेमेडिसिविर इंजेक्शन, पत्नी मीरा भी अस्पताल हैं भर्ती
बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य बीते दिनों कोरोना से संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद उन्होंने घर पर रहकर ही इलाज लेने का फैसला लिया था लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें दक्षिण कोलकाता के निजी अस्पताल वुडलैंड में भर्ती कराया गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की हालत स्थिर है। माकपा के वयोवृद्ध नेता भट्टाचार्य की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है और पिछले कई दिनों से घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। मंगलवार दोपहर के समय उनकी सेहत काफी बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें वुडलैंड अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें है कि उनकी पत्नी मीरा भट्टाचार्य भी पॉजिटिव हैं और वह भी वूडलैंड अस्पताल में भर्ती हैं. वह स्वस्थ हो गई थीं लेकिन मंगलवार को एक बार फिर तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। गुरुवार को अस्पताल की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि उनकी हालत स्थिर है। वह लोगों को आसानी से पहचान रहे हैं और बातचीत भी कर रहे हैं। साधारण खाना भी खा रहे हैं।
अस्पताल की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि शरीर में ऑक्सीजन का सेचुरेशन भी सामान्य हो रहा है। उन्हें सांस लेने में हल्की तकलीफ अभी भी है। फिलहाल उनके ऑक्सीजन का स्तर 92 फीसद है। उनकी चिकित्सा के लिए छह डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। उन्हें बाई पाइप सपोर्ट पर रखा गया है। उन्हें रेमेडिसिविर इंजेक्शन की तीन डोज दी गई है। वह लगातार डॉक्टरों की निगरानी में हैं।
मंगलवार की सुबह बुद्धदेव भट्टाचार्य का ऑक्सीजन लेवल 88 पर आ पहुंचा जिसको देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का फैसला लिया। बता दें कि बुद्धदेव भट्टाचार्य और उनकी पत्नी मीरा भट्टाचार्य कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। बुद्धदेव भट्टाचार्य की पत्नी मीरा की हालात को देखते हुए उन्हें पहले ही अस्पताल में भर्ती किया गया था जिसके बाद उनकी हालत में सुधार देखा गया।
बता दें कि बुद्धदेव भट्टाचार्य बीते कई सालों से बीमार हैं। कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्होंने मामूली लक्षण को देखते हुए घर पर ही रहकर इलाज लेने की इच्छा जताई और डॉक्टर की एक टीम उनकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए थी। वहीं, कल सुबह जब तबीयत तबीयत थोड़ी बिगड़ते दिखी तो उन्हें डॉक्टरों की टीम ने अस्पताल में भर्ती होने की राय दी।
बताया जा रहा है कि चक्रवात को देखते हुए डॉक्टर किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहते थे इसलिए बुद्धदेव भट्टाचार्य को समझाकर अस्पताल में भर्ती किया गया। राज्य में कोरोना महामारी ने तांडव मचाया हुआ है। बीते दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई ने कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गवां दी है।