पूर्व आइपीएस भारती घोष के पति गिरफ्तार
-हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने के बाद हुई गिरफ्तारी -सीआइडी ने किया गिरफ्तार, पूछत
-हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने के बाद हुई गिरफ्तारी
-सीआइडी ने किया गिरफ्तार, पूछताछ कर सच्चाई का पता लगाने की कोशिश
- आय से अधिक संपत्ति रखने और नोटबंदी के दौरान पुराने नोट के बदले सोना लेने का आरोप
- पूर्व आइपीएस और निजी बॉडीगार्ड अब भी पुलिस पकड़ से दूर
जागरण संवाददाता, कोलकाता: झाड़ग्राम की पूर्व एसपी व आइपीएस अफसर भारती घोष के पति अपन्ना वीर राजू को सीआइडी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। राजू पर आय से अधिक संपत्ति रखने, नोटबंदी के दौरान पुराने नोट के बदले जबरन सोने लेने और बाद में वापस सोने के बदले नए नोट लेने का आरोप है। हालांकि राजू ने इस दिन कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश संजीव बंद्योपाध्याय की खंडपीठ में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की थी, लेकिन न्यायाधीश ने उसे खारिज कर दिया। इसके साथ ही राजू की गिरफ्तारी की संभावना प्रबल हो गई थी, जो अंतत: गिरफ्तारी के साथ खत्म हुई। सीआइडी ने एमवी राजू को भवानी भवन स्थित मुख्यालय में लेजाकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में सीआइडी भारती घोष को भी तलाश रही है लेकिन वह फिलहाल फरार हैं।
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11 बार समन के बाद भी हाजिर नहीं होने का आरोप
सीआइडी सूत्रों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति रखने और पत्नी के पद का दुरुपयोग कर धन कमाने के आरोप के बाद से पुलिस और सीआइडी ने एमवी राजू से पूछताछ के लिए 11 बार समय जारी किया था। लेकिन वह एक बार भी हाजिर नहीं हुए। इस दौरान भिन्न कारण बता कर कोर्ट से अग्रिम जमानत भी लेते रहे। पर पुलिस-सीआइडी की पूछताछ में किसी तरह का सहयोग नहीं किए। इससे न्यायाधीश भी नाराज थे। इस दिन जब सीआइडी ने पूछताछ के लिए पकड़ा, तो उन्होंने एक बार फिर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। साथ ही स्पष्ट कह दिया था कि एमवी राजू की गिरफ्तारी के पर्याप्त कारण है। अब वो सीआइडी हिरासत में सभी सवालों के जवाब देंगे, जिसकी जरूरत जांच प्रक्रिया को पूरी करने में इस्तेमाल किया जाएगा।
भारती और निजी सुरक्षा कार्ड अब भी पकड़ से दूर
पूर्व आइपीएस भारती घोष और उनके निजी सुरक्षा गार्ड सुजीत मंडल अब भी सीआइडी की पकड़ से दूर हैं। हालांकि बीच-बीच में भारती घोष सोशल मीडिया पर ऑडियो जारी कर खुद को बेगुनाह और राजनीति षड्यंत्र का शिकार बताती रहीं हैं। गौरतलब हो कि कभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की काफी पसंदीदा रहीं पूर्व आइपीएस भारती घोष उस समय विवादों में आई, जब उनके खिलाफ पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दासपुर थाने में उनके और पति के खिलाफ पद को दुरुपयोग कर धन कमाने का आरोप लगा। लगे हाथ पति एमवी राजू, भारती घोष और सुजीत मंडल (तत्कालिक सुरक्षा कर्मी) के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई गई। तभी से तीनों पुलिस की पकड़ से दूर थे।