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नारद कांड में दो मंत्रियों समेत पांच लोगों के खिलाफ ईडी ने पेश की चार्जशीट, तृणमूल ने पूछा सुवेंदु का नाम क्यों नहीं?

नारद स्टिंग आपरेशन कांड में तृणमूल के तीन दिग्गज नेता मंत्री व विधायक समेत कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर की गिरफ्तारी हुई थी। इन चारों दिग्गज नेताओं और मंत्रियों को लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हाई कोर्ट से जमानत मिली थी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 06:32 PM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 11:17 PM (IST)
नारद कांड में दो मंत्रियों समेत पांच लोगों के खिलाफ ईडी ने पेश की चार्जशीट, तृणमूल ने पूछा सुवेंदु का नाम क्यों नहीं?
नारद स्टिंग आपरेशन कांड के सामने आने के बाद बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: नारद स्टिंग आपरेशन कांड में तृणमूल के तीन दिग्गज नेता, मंत्री व विधायक समेत कोलकाता नगर निगम के पूर्व मेयर की गिरफ्तारी हुई थी। इन चारों दिग्गज नेताओं और मंत्रियों को लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हाई कोर्ट से जमानत मिली थी। अब प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने बुधवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रभावशाली मंत्रियों फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी व विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोभन चटर्जी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।

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आरोपपत्र में पूर्व आइपीएस अफसर एसएमएच मिर्जा का भी नाम है। सूत्रों के मुताबिक ईडी आरोपितों से और पूछताछ करना चाहती है। इसीलिए दो मंत्रियों व एक विधायक को विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से समन और शोभन व मिर्जा को कोर्ट के माध्यम से समजन भेजने की तैयारी है।

तृणमूल के एक दर्जन नेताओं का वीडियो आया था सामने

2016 में नारद स्टिंग आपरेशन कांड के सामने आने के बाद बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया था। नारद न्यूज पोर्टल के तत्कालीन सीईओ व संपादक मैथ्यू सैमुअल के स्टिंग में सुब्रत मुखर्जी, सुल्तान अहमद, सौगत राय, सुवेंदु अधिकारी, काकुली घोष दस्तीदार, प्रसून बनर्जी, शोभन चटर्जी, मदन मित्रा, इकबाल अहमद, फिरहाद हकीम और पुलिस अधिकारी एमएच अहमद मिर्जा को वीडियो में रुपये लेते देखाई दिए थे। वहीं मुकुल राय भी स्टिंग में फंसे थे। मामले की कोर्ट से सीबीआइ जांच का आदेश हुआ। इसके बाद ईडी ने भी जांच शुरू कर दी थी।

मई में दो मंत्रियों समेत चार दिग्गज नेताओं की हुई थी गिरफ्तारी

इसी वर्ष विधानसभा के नतीजे घोषित होने के बाद सीबीआइ ने मई के मध्य में अचानक फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया। साथ में कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी को भी नहीं बख्शा गया। खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआइ दफ्तर निजाम पैलेस पहुंच गई थीं। वह अकेले ही नहीं, कोलकाता के विभिन्न हिस्सों से हजारों तृणमूल सर्मथक भी सीबीआइ दफ्तर के बाहर एकत्रित हो गए थे। इसके बाद लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हाई कोर्ट की बड़ी बेंच ने चारों आरोपितों को सशर्त जमानत मिली थी।

तृणमूल ने पूछा सुवेंदु का नाम क्यों नहीं है

अब ईडी ने बुधवार को कोलकाता में पीएमएलए कोर्ट के समक्ष चार्जशीट दाखिल कर दी। इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि सुवेंदु अधिकारी को क्यों नहीं चार्जशीट में शामिल नहीं है, जबकि स्टिंग में वह भी रुपये लेते हुए दिखाई दिए थे। तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि सीबीआइ और ईडी का भय दिखाकर लोगों को पार्टी में भाजपा नेताओं ने शामिल कराया है। जिनके पास रीढ़ नहीं है,वे जूते चाटते हैं। इस पर भाजपा नेता जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि इसकी उम्मीद थी। पांच-छह साल बीत चुके हैं। कानून अपना काम करेगा।


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