ईको-वॉरियर बने कोलकाता के स्कूली विद्यार्थी
-करो संभव स्कूल प्रोग्राम के तहत 100 किलोग्राम से ज्यादा ई-वेस्ट एकत्रित किया -कोलकाता में 10 स्
-करो संभव स्कूल प्रोग्राम के तहत 100 किलोग्राम से ज्यादा ई-वेस्ट एकत्रित किया
-कोलकाता में 10 स्कूलों के 3000 से अधिक विद्यार्थियों ने करो संभव स्कूल प्रोग्राम में हिस्सा लिया राज्य ब्यूरो, कोलकाता : 'करो संभव स्कूल प्रोग्राम' के तहत ऑफबीट सीसीयू, तपसिया में कोलकाता के ईको-वॉरियर्स के लिए एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। पांच माह लंबे स्कूल प्रोग्राम के सफल समापन पर विविध श्रेणियों के तहत इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ईवेस्ट) मैनेजमेंट में उम्दा प्रदर्शन के लिए अनेक स्कूलों को सम्मानित किया गया। इस प्रोग्राम का उद्देश्य ई-वेस्ट के महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरुकता बढ़ाना तथा विद्यार्थियों को सतत जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा देना है।
प्रोड्यूसर रिस्पॉन्सिबिलिटी ऑर्गेनाइजेशन (पीआरओ), 'करो संभव' भारत में जवाबदेह ई-वेस्ट मैनेजमेंट समाधानों के विकास व क्त्रियान्वयन के लिए स्कूल के विद्यार्थियों एवं टीचर्स के साथ मिलकर काम करता है। जुलाई 2017 से राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड्स के साथ सामंजस्य में 'करो संभव' में 2684 स्कूलों के 8,05,200 विद्यार्थी एवं 5,368 टीचर्स संलग्न होकर काम कर चुके हैं। करो के प्रोड्यूसर सदस्यों में एप्पल, डेल, एचपी, लेनोवो एवं वीवो जैसे प्रतिष्ठित ब्राड शामिल हैं।
इस प्रोग्राम के बारे में प्राशु सिंघल, फाउंडर, करो संभव ने कहा, 'करो संभव भारत में सामंजस्यपूर्ण ई-वेस्ट अभियान का निर्माण कर रहा है। हमारे स्कूल प्रोग्राम के द्वारा हम पर्यावरण की गंभीर समस्याओं, जैसे ई-वेस्ट पर स्कूल के बच्चों की जागरुकता बढ़ाने एवं उनके दीर्घकालिक व्यवहार में परिवर्तन लाने का प्रयास करते हैं। विद्यार्थी समाज के बिल्डिंग ब्लॉक होते हैं, इसलिए इस प्रोग्राम का उद्देश्य उन्हें अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण की रक्षा करने वाली विधियों का समावेश करने की प्रेरणा देना है। कोलकाता के स्कूलों की यह उत्साहवर्धक प्रतिभागिता देखकर बहुत खुशी मिली है।'
कोलकाता स्कूल प्रोग्राम का लॉन्च आर्ट्स फारवर्ड के साथ साझेदारी में किया गया था। इस प्रोग्राम में 10 स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 5 से कक्षा 10 तक के 3000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने 100 किलोग्राम से अधिक ई-वेस्ट एकत्रित किया।
प्रोग्राम के समापन पर अक्षर स्कूल को सर्वाधिक ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए सम्मानित किया गया। बिरला हाई स्कूल, मुकुंदपुर को सर्टिफिकेट ऑफ बेस्ट टूलकिट एक्जिक्यूशन दिया गया। हैरिटेज स्कूल एंड फ्यूचर कैंपस स्कूल, गरिया को बेस्ट कम्युनिटी आउटरीच सर्टिफिकेट मिला। परमिता बनर्जी (एडामास इंटरनेशनल) एवं पूरबी चक्रवर्ती (बीडीएम इंटरनेशनल स्कूल) को सर्टिफिकेट फॉर आउटस्टैंडिंग परफॉमर्ेंस बाय टीचर्स प्रदान किया गया। कंप्लीशन सर्टिफिकेट बीडीएम इंटरनेशनल स्कूल (प्लेटिनम), एडामास इंटरनेशनल (गोल्ड) एवं बिरला हाईस्कूल मुकुंदपुर तथा द हैरिटेज स्कूल (सिल्वर) को दिए गए।
प्रोग्राम के बारे में मुख्य अतिथि अमृता चटर्जी, डायरेक्टर, कम्युनिकेशस, साउथ एशियन फोरम फॉर एनवायरनमेंट ने कहा, करो संभव स्कूल प्रोग्राम टूलकिट बच्चों के लिए वेस्ट मैनेजमेंट को सरल बनाने का प्रभावशाली माध्यम है। यह टूलकिट स्कूलों को प्रभावशाली तरीके से इस महत्वपूर्ण विषय को संभालने में समर्थ बनाएगी।