आयोग ने केंद्रीय बलों को प्रोटोकॉल के तहत काम करने को कहा
-सीइओ ने राज्य में केंद्रीय बलों के नोडल आफिसर के साथ की बैठक -उत्तर कोलकाता जिला चुनाव अि
-सीइओ ने राज्य में केंद्रीय बलों के नोडल आफिसर के साथ की बैठक
-उत्तर कोलकाता जिला चुनाव अधिकारी ने सीइओ को सौंपी रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, कोलकाता : लोकसभा चुनाव से पहले ही पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बल विभिन्न हिस्से में रूटमार्च कर रहे हैं। रूटमार्च के दौरान केंद्रीय बलों की अतिसक्रियता को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। इस पर संज्ञान लेते हुए आयोग की ओर से केंद्रीय बलों को प्रोटोकॉल के तहत काम करने को कहा गया है। इस बाबत बुधवार को राज्य में मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब ने राज्य में केंद्रीय बलों के नोडल आफिसर बीएसएफ के आइजी योगेश बहादुर खुरनियार के साथ एक बैठक की। सूत्रों के अनुसार बैठक में सीइओ ने केंद्रीय बलों को प्रोटोकॉल के तहत काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से केंद्रीय बलों की अति सक्रियता को लेकर आयोग से शिकायत की गई है। उनका आरोप है कि चहलकदमी के दौरान केंद्रीय बल लोगों को भयभीत कर रहे हैं।
उधर, आयोग को मिली शिकायत के आधार पर उत्तर कोलकाता जिला चुनाव अधिकारी दिव्येंदु सरकार ने अपनी रिपोर्ट सीइओ को जमा की है। दिव्येंदु ने कहा कि इस बाबत कलकत्ता पुलिस आयुक्त से वीडियो क्लिप मांगा गया है। उन्होंने कहा कि वीडियो क्लिप मांगने की वजह यह है कि केंद्रीय बलों के रूट मार्च की रिकार्डिग पुलिस ही करती है। इसके अलावा कुछ निजी न्यूज चैनलों से भी वीडियो फूटेज मांगा गया है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से केंद्रीय बलों की अति सक्रियता की शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी। तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा था कि जितने केंद्रीय बल राज्य में है उतने काश्मीर में भी नहीं है। वहीं, मंत्री सह मेयर फिरहाद हकीम ने केंद्रीय बलों पर लोगों को भयभीत करने का आरोप लगाया था। हालांकि भाजपा नेता जयप्रकाश मजुमदार ने कहा कि केंद्रीय बल रूट मार्च कर मतदाताओं के अंदर आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। बता दें कि बीते शुक्रवार से ही राज्य में 10 कंपनी बीएसएफ को उतारा गया है। बीएसएफ के जवान कोलकाता समेत विभिन्न जिलों में चहलकदमी कर रहे हैं।