Move to Jagran APP

आधुनिक युग की खेती में "क्रांतिकारी कदम" जल्‍द लांच होने वाला है ई-ट्रैक्टर

सीएसआइआर-सीएमईआरआइ की सितंबर में ई-ट्रैक्टर लांच करने की है योजना एमईआरआइ के निदेशक हरीश हिरानी ने कहा ट्रैक्टर प्रौद्योगिकी के इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम।

By Babita kashyapEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 07:32 AM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 07:44 AM (IST)
आधुनिक युग की खेती में "क्रांतिकारी कदम" जल्‍द लांच होने वाला है ई-ट्रैक्टर
आधुनिक युग की खेती में "क्रांतिकारी कदम" जल्‍द लांच होने वाला है ई-ट्रैक्टर

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीएसआइआर-सीएमईआरआइ दुर्गापुर ने अगले माह इलेक्ट्रॉनिक ट्रैक्टर लांच करने की योजना बनाई है, जिसमें देश में डीजल ट्रैक्टरों के उपयोग की वर्तमान प्रथा को बदलने की क्षमता होगी। सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमईआरआइ) के निदेशक हरीश हिरानी ने एक वेबिनार में कहा कि पर हाल में आधुनिक युग की खेती में यह ट्रैक्टर प्रौद्योगिकी के इतिहास में एक "क्रांतिकारी कदम" होगा। 

loksabha election banner

 सीएसआइआर-सीएमईआरआइ पहली पीढ़ी के ई-ट्रैक्टर को सितंबर में लांच करेगा, जिसमें पूरे देश में प्रचलित डीजल ट्रेक्टर उपयोग प्रथाओं को समाप्त करने की क्षमता होगी। हिरानी ने सभी एमएसई (सामग्री, विज्ञान और इंजीनियरिंग इकाइयों) से अपने विचारों विजन और मौजूदा प्रौद्योगिकियों के साथ आगे आने का आग्रह किया, ताकि सीएसआइआर-सीएमईआरआइ "संभावित दूरदर्शी तकनीक" के लिए और अधिक बेहतर कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि भविष्य में कृषि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और कुशल इलेक्ट्रॉनिक वास्तुकला द्वारा संचालित होगी और सीएसआइआर-सीएमईआरआइ का अनुसंधान और विकास पाठ्यक्रम पहले से ही इस दिशा में संरेखित है। किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में मदद करने के लिए सीएसआइआर-सीएमईआरआइ ने उत्तर-पूर्व राज्यों में कटाई की जाने वाली तकनीकों का विकास किया है, जिसमें मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर शामिल हैं।

ई-ट्रैक्टर क्‍यों है खास 

- ई-ट्रैक्टर के इंजन में करीब 300 वो पार्ट्स नहीं होंगे जो नियमित ट्रैक्टर के इंजन के साथ आते हैं। इससे किसानों के समय की बचत होगी और वाहन की मेंटेंनेंस का खर्च भी पहले के मुकाबले   कम होगा।

-  ई-ट्रैक्टर एक शून्य-उत्सर्जन पारिस्थितिक ट्रैक्टर है, जो बागवानी या ग्रीनहाउस कार्य के लिए उपयुक्त है।

- ई-ट्रैक्टर में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग, बैटरी स्वैपिंग, पॉवर इनवर्सन (ट्रैक्टर द्वारा यूपीएस को चार्ज करने) और फास्ट चार्जिंग जैसे फीचर्स उपलब्ध होंगे।

-  6 एचपी का इलेक्ट्रिक टै्रक्टर सिंगल चार्ज पर 75 किमी तक चल सकता है। यह 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़गा। स्टार्ट अप के अनुसार उनका 6 एचपी का ट्रैक्टर 21 एचपी के डीजल ट्रैक्टर के बराबर है।

-  आवासीय वातावरण में बैटरी को पूरी तरह से चार्ज करने में छह घंटे का समय लगता है जबकि औद्योगिक पॉवर सॉकेट में बैटरी 2 घंटे में फास्ट चार्ज हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.