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बाढ़ का खतरा, बारिश प्रभावित जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश

लगातार हो रही बारिश से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। शिलावती, द्वारकेश्वर समेत विभिन्न नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 25 Jul 2017 01:40 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jul 2017 01:40 PM (IST)
बाढ़ का खतरा, बारिश प्रभावित जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश
बाढ़ का खतरा, बारिश प्रभावित जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश

कोलकाता, [राज्य ब्यूरो] । महानगर तथा आसपास के इलाकों और दक्षिण बंगाल में लगातार बारिश हो रही है। दक्षिण बंगाल में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। हालांकि इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा है, कल से लगातार बारिश से लोगों को राहत मिल सकती है।

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लगातार हो रही बारिश से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। शिलावती, द्वारकेश्वर समेत विभिन्न नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राजधानी कोलकाता में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

महानगर के विभिन्न इलाके जलमग्न हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी भारी बारिश का अनुमान जताकर राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। पड़ोसी राज्य झारखंड में हो रही भारी बारिश भी परेशानी का सबब है। इसे देखते हुए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। बारिश प्रभावित सभी जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।

सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी खुद कंट्रोल रूम में बैठकर हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिगड़े हालात के लिए सीधे तौर पर दामोदर वैली कारपोरेशन (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसके अधिक पानी छोड़ने से यह समस्या पैदा हुई है। डीवीसी जब भी जरुरत से ज्यादा पानी छोड़ता है, ऐसी स्थिति देखी जाती है।

उसे राज्य सरकार को सूचित किए बिना अतिरिक्त पानी नहीं छोड़ने को कहा गया है। सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने भी कहा कि डीवीसी के अधिक पानी छोड़ने से कुछ जिलों के निचले क्षेत्रों में पानी घुस आया है। डीवीसी को 10 हजार क्यूसेक से अधिक पानी नहीं छोड़ने को कहा गया है। इसके लिए पत्र भी लिखा गया है। साथ ही सभी बराजों को अतिरिक्त पानी छोड़ने से मना किया गया है। सूत्रों से पता चला है कि सोमवार सुबह डीवीसी से 18 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। 

राज्य में बाढ़ जैसे हालात नहीं : ममता 

मुख्यमंत्री ने सोमवार को बारिश से उत्पन्न हालात की समीक्षा करने के बाद कहा कि राज्य में बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं। भारी बारिश की वजह से कुछ जिलों के निचले इलाकों में पानी घुस आया है लेकिन नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से नीचे हैं। वीरभूम जिले में लाभपुर के निचले इलाकों, पुरुलिया, पश्चिम मेदिनीपुर में घाटाल और हुगली जिले के गोघाट व आरामबाग इलाकों में पानी भर गया है। सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी भारी बारिश का अनुमान जताया है। इसे देखते हुए सरकार ने एहतियातन कई कदम उठाए हैं। विभिन्न जिलों में तिरपाल समेत अन्य राहत सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। 

आपदा प्रबंधन विभाग ने की जिलाधिकारियों से बैठक 

इस बीच सोमवार को आपदा प्रबंधन विभाग के उच्च पदाधिकारियों ने वीडियो क्रांफेंसिंग के जरिए बारिश प्रभावित विभिन्न जिलों के डीएम के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों की सूची भी मांगी है।

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