दिलीप घोष ने कहा -चुनाव बाद नरेन्द्र मोदी ही बनेंगे प्रधानमंत्री, मोदी के रूप में देश को मिला योग्य व्यक्ति
दिलीप घोष ने कहा कि जो नेता अब इतिहास बन चुके हैं, उन्हें लेकर ब्रिगेड रैली की जा रही है। विषय पर चुटकी लेते हुए उन्होंने ने कहा, इस संदर्भ में इसे ऐतिहासिक रैली कहा जा सकता है!
हावड़ा, जागरण संवाददाता। शनिवार को आहूत तृणमूल कांग्रेस की ब्रिगेड रैली को लेकर एक ओर जहां राज्य की सत्ताधारी पार्टी देश में विपक्षी एकता को नेतृत्व देने व इसे मजबूत करने की कोशिश में जुटी है, वहीं इसके पूर्व संध्या पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने बयान से इस रैली पर तीव्र हमला बोल है।
दिलीप घोष ने कहा कि जो नेता अब इतिहास बन चुके हैं, उन्हें लेकर ब्रिगेड रैली की जा रही है। विषय पर चुटकी लेते हुए उन्होंने ने कहा, इस संदर्भ में इसे ऐतिहासिक रैली कहा जा सकता है! साथ ही उन्होंने सवाल किया कि यदि यह ऐतिहासिक है तो इसके लिए एक्सरसाइज बीते दो माह से लोगों को जुटाने के लिए क्यों हो रही है? सभा स्थल को छोटा कर दिया गया है , इस भय से कि लोग वहां कम आएंगे। कल देखेंगे इस ऐतिहासिक रैली को!
दिलीप ने कहा जिन नेताओं का कोई जनाधार नहीं है , वही ब्रिगेड रैली में शामिल हो रहे हैं। इससे पहले भी दिल्ली व बंगाल में भाजपा विरोधी इस प्रकार की रैलियां हुईं हैं। कहा इनका कोई नेता नहीं है, इनकी कोई नीति नहीं है। भाजपा के खिलाफ ये लोग एक हुए हैं। चुनाव के पहले तक इस प्रकार का ड्रामा, सर्कस देखने को मिलेगा। चुनाव के बाद मोदी फिर से पीएम बनेंगे। देश को मोदी जैसे एक योग्य व्यक्ति मिले हैं। मौके पर 'दी एक्सीडेंटल प्राइममिनिस्टर ' फिल्म पर बोलते हुए दिलीप ने कहा कि इस फिल्म को हर किसी को देखना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी के बारे में जो लोग जानते हैं या यूपीए के शासन के दौरान जो हुआ , वो लगभग सभी को मालूम है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पूरे विषय को कलमबद्ध किया है। फिल्म को लेकर उठ रही नकारात्मक विचारों से असहमति जताते हुए दिलीप ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि फिल्म में किसी की छवि खराब करने या कोई झूठ फैलाने की कोशिश की गई है। सच्ची घटना को फिल्म के माध्यम से दिखाने की कोशिश की गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस फिल्म को हर किसी को देखनी चाहिए।
हालांकि सिनेमहाल में फिल्म को देखने को लेकर उस कदर लोगों की भीड़ नहीं उमड़ रही है। फिल्म में भारत के आंतरिक राजनीतिक परिवेश को दिखाया गया है। शिवपुर में आकर फिल्म देखने आने के सवाल पर उन्होंने कहा , हिंद सिनेमा हाल में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक के बाद मजबूरन इसे देखने के लिए अवनि माल आना पड़ा। मुझे लगता है कि जो लोग इस फिल्म के खिलाफ हैं, उन्होंने अब तक इसे देखा ही नहीं है। कहा आम जनता को भी जानना चाहिए कि राजनीति कैसी होती है।