Dhanteras 2019: धनतेरस पर धन वर्षा की उम्मीद में आज बेहतर खरीदारी की उम्मीद
Dhanteras 2019 देश में आर्थिक मंदी के बीच आभूषण कारोबारियों को इस बार भी धनतेरस व दिवाली के मौके पर बेहतर खरीदारी होने की उम्मीद है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। देश में आर्थिक मंदी के बीच आभूषण कारोबारियों को इस बार भी धनतेरस व दिवाली के मौके पर बेहतर खरीदारी होने की उम्मीद है। हालांकि साथ ही उनका कहना है कि पिछले साल की तुलना में बिक्री में 20 से 40 फीसद तक की गिरावट आ सकती है। इसके बावजूद महानगर के ज्वैलर्स धनतेरस को लेकर उत्साहित हैं।
महानगर के प्रमुख आभूषण कारोबारियों में एक सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के कार्यकारी निदेशक शुभंकर सेन के अनुसार, पिछले तीन-चार महीने में सोने की कीमतों में 30 फीसद तक हुई वृद्धि, उच्च आयात शुल्क और आर्थिक मंदी के कारण दिवाली पूर्व मौसम में उपभोक्ताओं के उत्साह में कमी के चलते बिक्री में गिरावट देखी गई है। लेकिन, धनतेरस व दिवाली के त्योहारी सीजन में हम आभूषणों की मांग में वृद्धि के प्रति आशांवित हैं। हम पिछले महीने की तुलना में बिक्री में 30 से 40 फीसद के क्रमिक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
वहीं, महानगर के आभूषण कारोबारियों के संगठन के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि पिछले साल धनतेरस और दिवाली की तुलना में इस बार बिक्री 40 फीसद तक कम होने की उम्मीद है।
दूसरी ओर, महानगर के एक प्रमुख ज्वैलरी स्टोरी त्रिभुवनदास भीमजी झावेरी के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों में आभूषण बाजार में एक सकारात्मक रूख देख गया और मांग में वृद्धि हुई है। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि इस बार धनतेरस व दिवाली के दौरान बिक्री कम होगी लेकिन ग्राहकों के सकारात्मक रूख को देखते हुए वह बहुत आशांवित हैं।
उल्लेखनीय है कि इस साल धनतेरस शुक्रवार को और दिवाली रविवार को है। धनतेरस पर सोने-चांदी के आभूषणों और बर्तन आदि खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन बड़े पैमाने पर लोग इसकी खरीदारी करते हैं। धनतेरस पर धन वर्षा की उम्मीद में इस बार भी महानगर का आभूषण बाजार सज गया है। बाजार में एक से बढ़कर एक नए डिजाइनर आभूषण उपलब्ध हैं। धनतेरस को लेकर महानगर के आभूषण कारोबारियों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ऑफर का पिटारा भी खोल दिया है। बड़े ज्वेलर्स ग्राहकों को कीमतों व मेकिंग चार्ज में छूट के साथ हर खरीद पर कई आकर्षक गिफ्ट दे रहे हैं।
इधर, वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के एमडी (भारत) सोमासुंदरम पीआर ने कहा कि जुलाई और अगस्त के महीनों में पिछले साल की तुलना में सोने के आयात में 60 फीसद तक की गिरावट के आंकड़े इस बार कमजोर व्यापार के संकेत दे रहे हैं। इस कारोबार से जुड़े एक अन्य विशेषज्ञ मेहुल पारेख ने भी कहा कि इस सीजन के कारोबार में कम से कम 20 फीसद कमी होगी।