आरोपित चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई को सीएम से मुलाकात की जताई इच्छा
जागरण संवाददाता कोलकाता चिकित्सकीय लापरवाही के कारण चार महीने की बच्ची की मौत हो गई त
जागरण संवाददाता, कोलकाता : चिकित्सकीय लापरवाही के कारण चार महीने की बच्ची की मौत हो गई तो दंपती की शिकायत पर दो साल बाद उक्त मामले में आरोपित तीन चिकित्सकों के पंजीकरण को पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने तीन माह के लिए रद कर दिया। लेकिन पीड़ित दंपती को इससे संतोष नहीं है, बल्कि आरोप लगाया कि पुलिस ने अप्रैल 2017 की घटना में अभी तक अदालत में चार्जशीट दाखिल नहीं की है। इतना ही नहीं मामले में तीन चिकित्सकों के पंजीकरण को तीन माह के लिए रद किए जाने के फैसले को अनुचित करार देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की इच्छा जाहिर की, ताकि आरोपित चिकित्सकों के खिलाफ और सख्त कदम उठाया जा सके। दरअसल, 19 अप्रैल, 2017 को ईएम बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान चार माह की कुहेली चक्रवर्ती की मौत हो गई थी। जिसके बाद बच्ची के माता-पिता ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए आरोपित चिकित्सकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इस बीच गत शुक्रवार, 8 नवंबर को घटना के दो साल बाद पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने मामले में आरोपित तीन चिकित्सकों के पंजीकरण को अगले तीन माह के लिए रद करने निर्देश दिया। इधर, निर्देश के बाद मीडिया के सामने आए बच्ची के पिता अभिजीत चक्रवर्ती और मा शालू चक्रवर्ती ने मेडिकल काउंसिल के इस निर्देश पर नाखुशी व्यक्त करते हुए मामले में राज्य की मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री से मुलाकात को दंपती की ओर से आवेदन भी किया गया है। मृतका के पिता अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री से मिलने का अनुरोध किया है। साथ ही पुलिस को जल्द चार्जशीट पेश करने को फूलबागान थाने में भी आवेदन किया है। हमें उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी।