दुष्कर्म व तस्करी पीडि़ताएं मंच में डांस व ड्रामे के जरिए खुद से बयां करेंगी व्यथा
23 अप्रैल को दक्षिण कोलकाता के ढाकुरिया स्थित मधुसूदन मंच में एक खास डांस-ड्रामे का आयोजन किया जाएगा जहां दुष्कर्म और तस्करी पीडि़ताएं खुद दर्शकों के सामने होंगी।
कोलकाता, जेएनएन। कैसे एक हादसे के बाद दुष्कर्म पीडि़ता की जिंदगी बदल जाती है। अचानक वह सामान्य लड़की से पीडि़ता बन जाती है, समाज का उसे देखने का नजरिया बदल जाता है। यह सब कुछ दुष्कर्म पीडि़ता खुद बयां करेंगी वह भी डांस के माध्यम से।
23 अप्रैल को दक्षिण कोलकाता के ढाकुरिया स्थित मधुसूदन मंच में एक खास डांस-ड्रामे का आयोजन किया जाएगा जहां दुष्कर्म और तस्करी पीडि़ताएं खुद दर्शकों के सामने होंगी।
डांस-ड्रामे की सभी प्रतिभागी एनजीओ महिमा द्वारा चलाए जा रहे एक घर की निवासी हैं। डांस-ड्रामा की प्रॉड्यूसर संचिता हलदार कहती हैं, हमारा प्रॉडक्शन में एक संदेश है कि उदासीन नकारात्मकता पर जीत हासिल करके कोई भी समाज में पुनर्वास कर सकता है। इसमें सिर्फ डांस ड्रामा ही नहीं बल्कि डब हुए डायलॉग्स भी रखे जाएंगे।
प्ले की डायरेक्टर स्मिता सिंह को उम्मीद है कि यह प्रॉडक्शन दर्शकों को बच्चियों के भविष्य और उसकी असुरक्षाओं के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करेगा और इस तरह इसे एक प्रभावी मानवतावादी अभियान बना देगा। स्मिता सिंह ने यह भी बताया कि बच्चियों को आर्थिक मदद देने के लिए यह ड्रामा भविष्य में अलग-अलग जगह आयोजित किया जाएगा।
प्ले की डायरेक्टर के अनुसार, यह ड्रामा पीडि़ताओं के भयानक दर्द और मानसिक उत्पीड़न को बयां करेगा जिसे वह झेल चुकी हैं। साथ ही यह दर्दनाक यादों को मिटाने और जीवन के उजाले तक फिर से पहुंचने के लिए लंबी यात्रा की कहानी भी बताएगा।