भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक ताकतें साथ आएं : डी राजा
- कोलकाता में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए बोले सीपीआइ के महासचिव - भाजपा पर देश क
- कोलकाता में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए बोले सीपीआइ के महासचिव
- भाजपा पर देश को धर्म के आधार पर बांटने का लगाया आरोप
जागरण संवाददाता, कोलकाता : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआइ) के महासचिव डी राजा ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए देश की धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रित ताकतों से साथ आने की अपील की। उन्होंने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन एक्ट के माध्यम से भाजपा सरकार देश को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है।
रविवार को कोलकाता में पार्टी की तीन दिवसीय राष्ट्रीय काउंसिल मीटिंग के पहले दिन आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नया नागरिकता कानून न सिर्फ मुसलमानों बल्कि दलित, गरीब, आदिवासियों के साथ आम आदमी के भी खिलाफ है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जल्द बीजेपी हटाओ, देश बचाओ आंदोलन शुरू कर रही है।
उन्होंने कहा कि सीएए जैसा कानून बना भाजपा व आरएसएस के लोग देश को तोड़ना चाहते हैं, लोगों को बांटना चाहते हैं और देश में धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज जो मोदी और शाह कर रहे हैं वह फासीवाद से कम कुछ नहीं, यह अमानवीय से कम कुछ नहीं। वरिष्ठ वामपंथी नेता ने कहा कि हमारे देश का संविधान सबको समाहित कर बराबरी का हक देता है। हमारा संविधान कहता है कि हम भारत के लोग। यह कभी नहीं कहता , हम हिंदू या ईसाई या मुस्लिम। हमें भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के भाजपा-आरएसएस के खेल को रोकने के लिए साथ आना होगा। भारत नरेंद्र मोदी या अमित शाह की जागीर नहीं।
सीपीआइ के महासचिव ने कहा कई यूरोपीय देशों ने सीएए जैसा कानून लागू किया, नतीजे सामने हैं। भारत में भी वही होनेवाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा हटाओ, देश बचाओ आंदोलन को सीपीआइ देश के हर राज्य और हर कोने तक ले जाएंगे। कानून के ख्रिलाफ सड़कों पर उतरी युवा शक्ति को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि हम देशभर में सड़कों पर चल रहे आंदोलन का कारण समझ सकते हैं। यह देश और देश के संविधान को बचाने का अभियान है।