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Cyclone: बंगाल में फिर से आ सकता है चक्रवाती तूफान

Cyclone in Bengal. चक्रवाती तूफान की चपेट में आने से महानगर कोलकाता व आसपास के संलग्न उपनगरीय इलाकों में भारी नुकसान हो सकता है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 05:35 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 05:35 PM (IST)
Cyclone: बंगाल में फिर से आ सकता है चक्रवाती तूफान
Cyclone: बंगाल में फिर से आ सकता है चक्रवाती तूफान

जागरण संवाददाता, कोलकाता। Cyclone in Bengal. अगले दो से तीन माह के भीतर बुलबुल से भी अधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान आने की संभावना व्यक्त करते हुए पर्यावरणविद् सोमेंद्र मोहन घोष ने कहा कि इसकी चपेट में आने से महानगर कोलकाता व आसपास के संलग्न उपनगरीय इलाकों में भारी नुकसान हो सकता है। हालांकि, बार-बार चक्रवात आने की वजहों पर उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण ग्लोबल वार्मिंग है। साथ ही, जैसे-जैसे वातावरण में ग्रीनहाउस गैस की मात्रा बढ़ेगी, पृथ्वी और अधिक गर्म होगी और इसके साथ ही समुद्र के आसपास की हवाएं भी गर्म होंगी। नतीजतन, चक्रवात की स्थिति उत्पन्न होना स्वाभाविक है।

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उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में हालिया चक्रवात बढ़ रहे हैं, क्योंकि चक्रवात बनाने के लिए वातावरण अनुकूल है। प्रदूषण के कारण तापमान बढ़ रहा है और समुद्र तट पर जलवाष्प की मात्रा बढ़ने से समुद्री जल भी गर्म होने लगा है। अगर यह किसी तरह से 27 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया तो रोटेशन का एक अनुकूल वातावरण फिर से बन सकता है। 

'बुलबुल' ने मचाई बंगाल में भारी तबाही, 10 की मौत

चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' ने शनिवार रात बंगाल में दस्तक दी और रविवार तड़के तक नौ जिलों में जमकर तांडव मचाया। राज्य के प्रभावित नौ जिलों में 10 लोगों की मौत की सूचना है। हजारों घरों व पेड़ों के ढहने की खबरें लगातार आ रही हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश से तटीय जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। सबसे ज्यादा प्रभाव बकखाली, फ्रेजरगंज, संदेशखाली, झड़खाली, नंदीग्राम, नयाचर और खेजूरी इलाकों में पड़ा।

राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने बताया कि राज्य भर में चक्रवात से कुल 2.73 लाख लोग प्रभावित हैं। इसमें से 1.78 हजार लोगों को राहत शिविर में रखा गया है। चक्रवात से पूरे राज्य में 2473 घर ध्वस्त हो गए हैं। लगभग 26000 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। जावेद खान ने बताया कि प्रभावित लोगों के बीच राज्य सरकार ने 43000 तिरपाल भी वितरित किए हैं।

सबसे ज्यादा, पांच लोगों की मौत उत्तर 24 परगना के बशीरहाट इलाके में हुई हैं। मरने वालों में 7 की पहचान सुचित्रा मंडल (70), रेबा विश्वास (47), मनिरुल गाजी (59), सुदीप भक्त (15), सुजाता दास, संजय दास और समीर मजूमदार के रूप में हुई। एक युवक की मौत शनिवार रात में ही हो गई थी, जिसका नाम मोहम्मद सोहेल। वहीं संदेशखाली और ¨हगलगंज में भी पेड़ गिरने से दब कर दो महिलाओं की मौत हुई है। सुचित्रा बसीरहाट के पूर्व मकाला की रहने वाली थी। वहीं, रेबा गोखना की रहने वाली थी। मनीरूल गाजी पश्चिम मेदिनीपुर का रहने वाला था, जिस पर बिजली का खंभा गिरने से उसकी मौत हुई थी। सुदीप नोदाखाली का रहने वाला था। चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले सप्ताह उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा रद कर दी।

केंद्र से मिला मदद का आश्वासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन कर बुलबुल से हुई तबाही की जानकारी ली। केंद्र की ओर से आपात स्थिति में राज्य की हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवात की स्थिति और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। रविवार को राज्य सरकार ने केंद्र को बताया कि बुलबुल चक्रवात के चलते बंगाल के नौ जिलों में कुल तीन लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

इधर, मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने नौ जिलों के जिलाधिकारियों को तबाही की पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पीएमओ से बात की और हालात की जानकारी दी। इसमें कई अधिकारी मौजूद थे।

कोलकाता में स्थिति संभालने में जुटा प्रशासन

महानगर में चक्रवात के कारण शहर भर में कई मकान धराशायी हो गए। कोलकाता नगर निगम (केएमसी), पुलिस और दमकल कर्मियों के साथ एनडीआरएफ की टीम स्थिति संभालने में जुटी रही। केएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि सड़कों को साफ करने के साथ निचले इलाकों से जमा पानी को निकालने का काम जारी है। उम्मीद है कि रात तक सब हो जाएगा।

राज्य के ऊर्जा मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि चक्रवात के कारण जिलों में बिजली सेवा बुरी तरह से प्रभावित है। सैकड़ों खंभे उखड़ने के साथ कई जगह बिजली के तार टूट गए हैं। ऐसे में बाधित बिजली सेवा को जल्द से जल्द सामान्य करने की कोशिश जारी है।

135 किमी की रफ्तार से चलीं हवाएं

मौसम विभाग की ओर से रविवार को एक बुलेटिन जारी कर चक्रवात बुलबुल पर पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चक्रवात शनिवार रात सुदरवन के धानाची इलाके से रात 8.30 से 11.30 के बीच गुजरा। इस दौरान भारी बारिश के बीच 110 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं लगातार चलीं जो एक समय 135 किमी तक भी पहुंच गई थीं। मौसम विभाग के अनुसार जमीन पर आने के बाद चक्रवात धीरे-धीरे कमजोर हो कर निम्न दबाव में परिवर्तित हो जाएगा। चक्रवात बंगाल से बांग्लादेश के उत्तरपूर्वी तटवर्ती इलाकों की ओर बढ़ गया है।

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