Cyclone Bulbul: पश्चिम बंगाल में चक्रवात बुलबुल से सात लोगों की मौत, एक लाख घरों को नुकसान
Cyclone Bulbul चक्रवात बुलबुल के कारण क्रूज शिप में फंसे 75 यात्री अब सुरक्षित हैं 24 परगना पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में बचाव अभियान शुरू किया गया था।
कोलकाता, जेएनएन। Cyclone Bulbul पश्चिम बंगाल चक्रवात बुलबुल के कारण सात लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है, इसके अलावा लगभग एक लाख घरों और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। जल्द ही बिजली, दूरसंचार सेवाएं बहाल होने की उम्मीद है। हालांकि ओडिशा में किसी व्यक्ति के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है, जबकि दो लाख हेक्टेयर से अधिक में खड़ी फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है।
दक्षिण 24 परगना में नामखाना क्षेत्र में चक्रवात बुलबुल की चपेट में आने के बाद हटानिया डौनिया नदी में दो जेटी क्षतिग्रस्त हो गई।
क्रूज शिप पर परिभ्रमण पर गए 75 यात्रियों को बचाया गया
चक्रवात ‘बुलबुल’ की आपदा से अनभिज्ञ बंगाल की खाड़ी में एक क्रूज शिप पर परिभ्रमण पर गए 75 यात्रियों को बंगाल पुलिस की ओर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार रात सचिवालय नवान्न स्थित कंट्रोल रूम में पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि दक्षिण 24 परगना जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में बचाव अभियान शुरू किया गया। बाद में सभी यात्रियों को नामखाना के पास स्थित मौसुनी द्वीप में स्थिति सामान्य होने तक ठहरने की व्यवस्था की गई।
सुश्री बनर्जी ने बताया कि पहले ही राज्य प्रशासन ने तटीय जिलों में निचले इलाकों से 1,64,315 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाने का काम किया। उनके अनुसार, 328 शिविरों में 1,12,365 लोगों को रखा गया है। स्कूलों, आइसीडीएस केंद्रों, बाढ़ और चक्रवात सेंटर्स तक में सरकार ने 1,215 किचन की व्यवस्था की है। इतना ही नहीं राहत व बचाव कार्य के लिए 16 डिजास्टर रिस्पॉस टीमें, 1,335 सिविक वालेंटियर, 94 बोट की तैनाती की गई थी।
कुल मिलाकर राहत केंद्र में लोगों के बीच 2.40 लाख पानी के पाउच उपलब्ध कराए गए थे। बता दें कि मुख्यमंत्री नवान्न स्थित कंट्रोल रूम में शनिवार रात भर स्थिति पर नजर रख रहीं थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कंट्रोल रूम रविवार को भी खुला रहेगा। चार प्रमुख सचिव पूरी रात नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी करेंगे और अगले आदेश तक अधिकारियों की मुस्तैदी रहेगी।
बुलबुल चक्रवात से नामखाना में दो जेटी नदी में बही
चक्रवात बुलबुल भयंकर तबाही मचा कर बांग्लादेश का रूख कर चुका है। रविवार को क्षतिग्रस्त इलाकों से तस्वीरें आनी शुरू हो गई है, जो बुलबुल की भयावहता की कहानी बयां कर रही है। इस दिन दक्षिण 24 परगना जिले के नामखाना में दो जेटी टूट कर पानी में बह गया। उसके साथ ही जेटी में बंधा एक लंच और ट्रालर भी नदी में डूब गया। स्थानीय एक मछुआरे की मानें तो शनिवार की रात 8.30 से 8.45 के बीच चक्रवात बुलबुल के टकराने के साथ ही नामखाना के हातानिया-देयानिया नदी पर बने दो जेटी में से एक टूट पर नदी में बह गया, जबकि दूसरा टूट कर वहीं डूब गया।
आज ‘बुलबुल’ की तबाही के आकलन के लिए हवाई सर्वेक्षण करेंगी मुख्यमंत्री
भीषण चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ ने बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर बात की है और हर संभव मदद देने को कहा है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया है और वे सोमवार को प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण करेंगी।
इस संदर्भ में सुश्री बनर्जी ने रविवार को एक ट्वीट कर कहा कि भयंकर चक्रवाती तूफान बुलबुल के कारण मैंने आगामी सप्ताह में प्रस्तावित उत्तर बंगाल दौरा स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके बजाय, कल (सोमवार) मैं नामखाना और बकखली के आसपास के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करूंगी। बाद में, मैं चक्रवात से प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा करने के लिए प्रशासन के साथ काकद्वीप में एक बैठक करूंगी। इसके बाद मैं 13 नवंबर को उत्तर 24-परगना के बशीरहाट में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की भी योजना बना रही हूं।
इससे पहले शनिवार रात मुख्यमंत्री रात भर कंट्रोल रूम में मौजूद थी और स्थिति पर नजर बनाए हुए थीं। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री का उत्तर बंगाल दौरा प्रस्तावित था। उधर, सचिवालय नवान्न सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नवान्न में होने वाली प्रशासनिक बैठक को भी रद कर दिया है। इस बैठक में अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा होनी थी जिसमें राज्य सचिव से लेकर मंत्री समेत जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाया गया था।
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