Cyclone Amphan: एम्फन के मद्देनजर सुंदरवन में बाघों की गतिविधि पर नजर रखेंगे क्विक रिस्पांस टीम
Cyclone Amphan वन विभाग ने क्विक रिस्पांस टीम गठित की हैं जो सुनिश्चित करेंगे कि दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन के बाघ तूफान के दौरान भटकर पास की मानव बस्तियों में नहीं जाएं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Cyclone Amphan: बंगाल में बुधवार को 'एम्फन' चक्रवात आने की संभावना के बीच वन विभाग ने क्विक रिस्पांस टीम गठित की हैं जो सुनिश्चित करेंगे कि दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन के बाघ तूफान के दौरान भटकर पास की मानव बस्तियों में नहीं जाएं। मुख्य वन्यजीव वार्डन रवि कांत सिन्हा ने कहा कि विभाग ने जिले के गोसाबा इलाके में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है जो जंगल में 24 घंटे स्थिति की निगरानी करेगा।
विभाग ने साल्टलेक इलाके में केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाया है जो गोसाबा इकाई से लगातार संपर्क में रहेगा और वन में वन्य जीव की गतिविधि पर करीब से निगाह रखेगा। सिन्हा ने बताया कि अगर बाघों ने अपने मूल अभयारण्य इलाके से निकल कर पास के गांव जाने की कोशिश की तो, हम इन नियंत्रण कक्षों के जरिए इसका पता लगा पाएंगे और हमारी त्वारित प्रतिक्रिया दल पशु को वापस भेजने के लिए कदम उठाएंगे।
उन्होंने बताया कि सुंदरवन में बाघों की संख्या 96 है, जिनमें से 73 मूल अभयारण्य क्षेत्र में हैं जबकि 23 उसके आसपास के हिस्से में।
सुपर साइक्लोन में तब्दील हो चुका 'एम्फन' बुधवार को दोपहर या शाम के वक्त पश्चिम बंगाल में आ धमकेगा। बंगाल की खाड़ी में उठे समुद्री चक्रवात एम्फन के लैंडफॉल से पहले ओडिशा में कहर दिखना शुरू हो गया है। पारादीप में इस वक्त 102 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के के ताजा अपडेट के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे समुद्री चक्रवात एम्फन के लैंडफॉल से पहले ओडिशा में कहर दिखना शुरू हो गया है। पारादीप में इस वक्त 102 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। चांदबली में हवा की रफ्तार 74 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके बालासोर में 61 किलोमीटर प्रति घंटा और पुरी में 41 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे समुद्री चक्रवात एम्फन इस वक्त ओडिशा के पारादीप से लगभग 125 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रीत है। एम्फन सुपर साइक्लोन से अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। इसके साथ ही ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश और तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं।
बंगाल तट पर पहुंचने के दौरान तेज हवाओं के साथ राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश और 4 से 5 मीटर की समुद्री लहरें उठने के आसार हैं। बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता के जिले प्रभावित होने की उम्मीद है। इससे भारी तबाही की आशंका हैै। केंद्र सरकार ने संबंधित राज्यों को सतर्क करते हुए भारी तबाही की चेतावनी दी है।
पश्चिम बंगाल में आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षाकर्मी लोगों से आग्रह कर रह हैं कि वे घर के अंदर रहें। दीघा में तेज हवाओं के साथ समुद्र में हाई टाइड देखने को मिला। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 19 टीमों को पश्चिम बंगाल में चक्रवात एम्फन के मद्देनजर तैनात किया गया है। दक्षिण 24 परगना में छह टीमों को तैनात किया गया है, पूर्वी मिदनापुर और कोलकाता में चार-चार टीमें, उत्तर 24 परगना में तीन टीमें और हुगली और हावड़ा में एक-एक टीम। एनडीआरएफ 2 बटालियन के कमांडेंट निशित उपाध्याय ने इसकी जानकारी दी।