चक्रवाती तूफान से कुम्हार टोली में 20 लाख का नुकसान, दुर्गा की अर्धनिर्मित प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त
चक्रवाती तूफान ने बंगाल में मूर्ति निर्माण कला के केंद्र बिंदु कुम्हार टोली को भी भारी क्षति पहुंचाई है। कुम्हारटोली के मूर्तिकारों को करीब 20 लाख का नुकसान हुआ है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : चक्रवाती तूफान ने बंगाल में मूर्ति निर्माण कला के केंद्र बिंदु कुम्हार टोली को भी भारी क्षति पहुंचाई है। प्राथमिक अनुमान के मुताबिक कुम्हारटोली के मूर्तिकारों को करीब 20 लाख का नुकसान हुआ है। दुनिया की सबसे ऊंची दुर्गा प्रतिमा का निर्माण कर चुके मिंटू पाल ने बताया-तूफानी बारिश से मां दुर्गा की अर्धनिर्मित कई प्रतिमाएं गल गई है़। काली, शीतला और अन्नपूर्णा की प्रतिमाओं को भी भारी क्षति पहुंची है ।
लॉकडाउन के कारण पहले ही मूर्तिकारों की हालत बेहद दयनीय है, उसपर चक्रवाती तूफान बहुत बड़ा झटका है। इसने हम मूर्तिकारों की कमर ही तोड़कर रख दी है। मिंटू पाल ने आगे कहा कि लॉकडाउन के कारण इस साल अब तक हमें दुर्गा प्रतिमाओं के निर्माण के बहुत ज्यादा आर्डर नहीं मिले हैं इसलिए ज्यादा प्रतिमाएं भी नहीं बनी है़, वरना और भी ज्यादा नुकसान हो गया होता।
गौरतलब है कि तूफान में कई मूर्तिकारों के वर्कशॉप की टीन की छत भी उड़ गई है। गौरतलब है कि कुम्हारटोली में 300 से ज्यादा मूर्तिकार और 1500 कारीगर है। उन सभी के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है।