Coronavirus Lockdown Effect: कलकत्ता विवि के डिजिटल संग्रह को किया ऑनलाइन, नियमित वेबसाइट पर अध्ययन सामग्री की जा रही अपलोड
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपने पुस्तकालय के पूरे डिजिटल संग्रह को ऑनलाइन कर दिया है ताकि इसके लिए अब किसी को भी पुस्तकालय आने की आवश्यकता न हो।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपने पुस्तकालय के पूरे डिजिटल संग्रह को ऑनलाइन कर दिया है ताकि इसके लिए अब किसी को भी पुस्तकालय आने की आवश्यकता न हो। विश्वविद्यालय की कुलपति सोनाली चक्रवर्ती ने अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी देते हुए कहा-'हम कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं। शारीरिक दूरी और लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के लिए हमारे शिक्षकों ने ऑनलाइन पढ़ाना शुरू किया है। वे नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अध्ययन सामग्री भी अपलोड कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय ने अब अपने पुस्तकालय के डिजिटल संग्रह को ऑनलाइन करने का फैसला किया है। यह विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.culibrary.ac.in के माध्यम से सुलभ होगा।'
शारीरिक दूरी और लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के लिए हमारे शिक्षकों ने ऑनलाइन पढ़ाना शुरू किया है। वे नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अध्ययन सामग्री भी अपलोड कर रहे हैं। कुलपति ने आगे कहा-'हमारे छात्रों और हमारे संकाय के प्रति हमारी जिम्मेदारी है। उनकी शिक्षा और अनुसंधान पर लॉकडाउन का असर पड़ रहा है। अगर हमारे समाज को संकट से उबारना है तो अकादमिक अनुसंधान की आवश्यकता और उसके मूल्य पहले से अधिक बढ़ जाते हैं।
एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय के रूप में हमें लगता है कि हमारे पुस्तकालय के डिजिटल संग्रह को वैश्विक अकादमिक का हिस्सा बनाना ज्ञान की खोज को सुविधाजनक करना है। अब तक पुस्तकालय का डिजिटल संग्रह विश्वविद्यालय परिसर में उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ था। अ
ब पूर्ण पाठ सामग्री के डिजिटल संग्रह को दुनिया के किसी भी हिस्से से मुफ्त पढ़ने के लिए सुलभ बना दिया गया है। कलकत्ता विश्वविद्यालय सांस्कृतिक-शैक्षिक संसाधनों के सामंजस्य में योगदान देकर सम्मानित महसूस कर रहा है।'विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुस्तकालय की डिजिटल सामग्री को सार्वजनिक करने का यह निर्णय भले ही कोरोना और लॉकडाउन से प्रेरित हो, लेकिन लॉकडाउन के बाद भी बेहतर साबित होगा।