बंगाल में 30 सितंबर तक बढ़ाई गईं कोरोना पाबंदियां, रात 11 से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा नाइट कर्फ्यू
केंद्र सरकार ने पहले ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कोई बड़ी भीड़ एकत्र न हो। साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सक्रियता से कदम उठाने को भी कहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल सरकार ने राज्य में लागू कोरोना संबंधी पाबंदियों को एक बार फिर 30 सितंबर तक के लिए बढ़ाने की बुधवार को घोषणा की। इसके साथ ही रात 11 बजे से सुबह 5 बजे नाइट कर्फ्यू भी लागू रहेगा।राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। इसके साथ ही राज्य में लोकल ट्रेनों के संचालन पर भी रोक जारी रहेगी।
अधिसूचना में राज्य में लोकल ट्रेन चलाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। राज्य में सात मई से ही लोकल ट्रेनों का संचालन बंद है। बता दें कि पूर्व में लगाई गईं पाबंदियां 15 सितंबर यानी बुधवार को ही समाप्त हो रही थी। इस बीच राज्य सरकार ने इसे फिर 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है। बता दें कि बंगाल में 30 सितंबर को भवानीपुर समेत तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी हैं। इसके साथ ही त्यौहार का सीजन शुरू हो रहा है।
केंद्र सरकार ने पहले ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कोई बड़ी भीड़ एकत्र न हो। साथ-साथ कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सक्रियता से कदम उठाने को भी कहा है।
ब्लैक फंगस के फिलहाल चार मरीज भर्ती
कोरोनावायरस महामारी के बीच शुरू हुई नई मुसीबत ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के मामले अभी खत्म नहीं हुए हैं। उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज और अस्पताल में फिलहाल एक बच्चे समेत इस बीमारी से चार मरीज अभी भी भर्ती हैं। इन मरीजों को पिछले दिनों जरूरी आपरेशन किया गया।
एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, तथा जल्द ही इन्हें अस्पताल से जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल अस्पताल से लगभग 10 मरीज ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं।
हालांकि चिंताजनक स्थिति यह है कि इस बीमारी मेडिकल अस्पताल में 20 मरीज अपने जीवन की जंग भी हार चुके हैं। बताया गया कि इस बीमारी से ज्यादातर कोरोना संक्रमित मरीजों की ही मौत हुई है, जो कोरोना के संक्रमण के साथ ही ब्लैकफंगस से संक्रमित हुए थे।