Corona Fighter: बंगाल में 68 वर्षीय कैंसर के मरीज ने कोविड-19 को दी मात
कैंसर से पीड़ित सिलचर के रहने वाले एक बुजुर्ग सज्जन ने कोलकाता के अपोलो ग्लेनेगल्स अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के प्रयासों के साथ कोरोनोवायरस को मात दी है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पित्त मूत्राशय (गॉलब्लैडर) के कैंसर, कोरोनरी बाईपास सर्जरी और उच्च रक्त शर्करा के इतिहास के साथ एक मौखिक (ओरल) कैंसर से पीड़ित सिलचर के रहने वाले एक बुजुर्ग सज्जन ने कोलकाता के अपोलो ग्लेनेगल्स अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के प्रयासों के साथ कोरोनोवायरस को मात दी है। 20 अप्रैल को सिल्चर से पीड़ित 68 वर्षीय कैंसर के मरीज ने मामूली बुखार होने पर मुंह में कैंसर के ट्यूमर के इलाज के संबंध में परामर्श के लिए अपोलो ग्लेनेगल्स अस्पताल ओपीडी का दौरा किया था।
उन्हें तुरंत कोविड-19 ऑब्जर्वेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, विशेष रूप से अपोलो ग्लेनेगल्स द्वारा उन रोगियों को स्वीकार करने के लिए स्थापित किया गया था जिन्हें कोविड-19 होने का संदेह है और कोरोना वायरस परीक्षणों के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दुर्भाग्य से, अगले दिन कोविड-19 के परीक्षण के परिणाम सकारात्मक रूप से सामने आए, जिसके बाद उन्हें कोविड-19 अलगाव वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। दो सप्ताह तक कोरोनोवायरस के इलाज के बाद, परीक्षण 4 मई और 5 मई को दो बार नकारात्मक रूप से सामने आए। 6 मई को उन्हें छुट्टी दे दी गई और वह पूरी तरह ठीक हो गए हैं। उन्हें 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है, जिसके बाद वह अपने कैंसर के उपचार को फिर से शुरू करेंगे।
जगह की कमी, इमाम ने मस्जिद को क्वारंटाइन सेंटर बनाने को कहा
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोरोना महामारी की वजह से जगह-जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाने पड़ रहे हैं। ऐसे में कई इलाकों में उपयुक्त जगह नहीं मिल रहा है। कोलकाता में एक इमाम ने पहल करते हुए मस्जिद में ही क्वारंटाइन सेंटर बनाने की प्रशासन से पेशकश की। बंगाली बाजार मस्जिद के नाम से मशहूर गौसिया जामा मस्जिद के इमाम ने बुधवार को कोलकाता नगर निगम की समस्या चुटकी में हल कर दी। दरअसल कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए निगम को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए जगह की तलाश थी। किसी तरह जामा मस्जिद के इमाम को ये खबर पहुंची। उन्होंने आयरन गेट रोड पर स्थित मस्जिद के तीसरे फ्लोर को क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी। इमाम कारी मोहम्मद मुस्लिम रिजवी ने कहा कि क्वांरटाइन सेंटर के लिए हम 6 हजार स्कवायर फीट का स्थान दिया है। अगर निगम कर्मियों को आगे भी जगह की तंगी हुई तो हम उसकी भी व्यवस्था करने को तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि मस्जिद के हिस्से को क्वांरटाइन सेंटर के तौर पर देने के लिए आपसी सहमति से पहल की गई है। इस बारे में पुलिस और निगम कर्मियों के बीच सोच विचार के बाद ही फैसला लिया गया। यहां तक कि विरोध को शांत करने के लिए आसपास के लोगों से भी मशविरा किया गया।
उन्होंने बताया कि मस्जिद अभी अस्थाई तौर पर बंद है। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बहुत कम समय में लोगों से मुलाकात कर समस्या का हल निकाल लिया। फिलहाल उन्होंने अपने मंसूबे के बारे में प्रशासन को अवगत करा दिया है।