Coochbehar sheetalkochi Firing case: सीआइडी ने CISF के डिप्टी कमांडेंट, इंस्पेक्टर समेत छह जवानों को किया तलब
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चौथे चरण के चुनाव के दौरान कूचबिहार के शीतलकूची में हुई फायरिंग के मामले में त्वरित कार्रवाई का निर्देश दे रखा है। सीआइडी नेे मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित किया है। उसी एसआइटी ने अब सीआइएसएफ के जवानों को तलब किया है
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चौथे चरण के चुनाव के दौरान कूचबिहार के शीतलकूची में हुई फायरिंग के मामले में त्वरित कार्रवाई का निर्देश दे रखा है। इस मामले में सीआइडी नेे मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम(एसआइटी) गठित किया है। उसी एसआइटी ने अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआइएसएफ) के जवानों को तलब किया है, ताकि उनसे पूछताछ की जा सके। चौथे चरण के मतदान के दौरान 10 अप्रैल को सीआइएसएफ जवानों की गोली में चार लोगों की मौत हो गई थी।
सीआइडी ने आइपीसी की धारा 160 के तहत सीआइएसएफ के चार जवानों, एक इंस्पेक्टर और एक डिप्टी कमांडेंट को मंगलवार को सीआइडी मुख्यालय (भवानीभवन) में हाजिर होने का निर्देश दिया है। फिर से सीएम बनने के बाद ममता बनर्जी ने सीआइडी शीतलकूची प्रकरण की जांच तेज करने का निर्देश दिया था सीआइडी ने चार सदस्यी एसआइटी बनाकर जांच शुरू कर दी है। इस एसआइटी की अगुवाई डीआइजी सीआइडी कर रहे हैं। इस मामले में पहले ही सीआइडी ने माथाभांगा के जांच अधिकारी मलय घटक को तलब किया था। बता दें कि शीतलकूची कांड को लेकर मुख्यमंत्री का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एसपी से लेकर आइओ और ओसी तक को फंसाने का निर्देश पार्टी के उम्मीदवार पार्थ प्रतिम रॉय को दे रही थीं।
ममता बनर्जी ने फायरिंग में मारे गए चार लोगों के परिवार के सदस्यों को होमगार्ड की नौकरी देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही सोमवार को एक बार फिर ममता ने कहा कि शीतलकूची में नरसंहार हुआ था। आज ही नंदीग्राम में मारे गए लोगों के परिजनों को भी नौकरी देने की घोषणा की।
शीतलकूची में फायरिंग के बाद ममता ने आरोप लगाया था कि सेंट्रल फोर्स ने केंद्र के इशारे पर गोली चलाई थी। जबकि एसपी के तौर पर देवाशीष ने जो रिपोर्ट दी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि सेंट्रल फोर्स की बंदूक छीनने की कोशिश की गई थी, जिसकी वजह से आत्मरक्षा में फायरिंग करनी पड़ी थी। उसके बाद ममता का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वह एसपी और थाना प्रभारी को फंसाने का निर्देश दे रही थी।
बाद में सीएम ममता बनर्जी ने जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी और वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद दोषियों को सजा दिलाएंगी। सीआइएसएफ जवानों को तलब करने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि यह केंद्रीय बलों को डराने और धमकाने की कोशिश है। कुछ दिनों बाद चुनाव आयोग भी धमकाया जाएगा। चुनाव में खुद कह रही थीं कि केंद्रीय बलों का घेराव करें और सीएम बनने के बाद अब पुलिस प्रशासन के माध्यम से घेर रही हैं।