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कोलकाता में आइसीएसआइ के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण कार्य शुरू, विद्यार्थियों को अच्छी ट्रेनिंग देना उद्देश्य

आइसीएसआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएस आशीष गर्ग ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कम खर्च में यहां संबंधित विद्यार्थियों को 60 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह बिल्डिंग 18 से 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इस सेंटर का उद्देश्य विद्यार्थियों को अच्छी ट्रेनिंग देना है।

By PRITI JHAEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 11:30 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 11:30 AM (IST)
कोलकाता में आइसीएसआइ के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण कार्य शुरू, विद्यार्थियों को अच्छी ट्रेनिंग देना  उद्देश्य
कोलकाता के न्यूटाउन में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण कार्य की शुरुआत के मौके उपस्थित विशिष्टजन।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कॉरपोरेट गवर्नेंस के अभियान को गति देने के लिए द इंटिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) ने कोलकाता के न्यूटाउन में अपने नए कॉरपोरेट हब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) के निर्माण की शुरुआत की है।

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आइसीएसआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएस आशीष गर्ग ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कम खर्च में यहां संबंधित विद्यार्थियों को 60 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह बिल्डिंग 18 से 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इस सेंटर का उद्देश्य विद्यार्थियों को अच्छी ट्रेनिंग देना है। इस सेंटर में विद्यार्थियों के लिए अकादमिक सुविधा के साथ ही आवासीय सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण सुविधाएं होंगी। उन्होंने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, कोलकाता न केवल अध्ययन और अनुसंधान की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि कॉर्पोरेट क्षेत्र को परामर्श भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, सीओई, कोलकाता कंपनी सचिवों की क्षमताओं और ज्ञान की महत्वपूर्ण उन्नति करेगा, उन्हें वैश्विक कॉर्पोरेट गवर्नेंस मैप में खड़ा किया जाएगा।

यह आधुनिक समय के सरकारी पेशेवरों के कौशल और दक्षता पर भी आधारित होगा ताकि देश में कॉर्पोरेट प्रशासन संरचना को मजबूत करने, बदलते नियामक शासन के साथ तालमेल बनाए रखने में मदद मिल सके। गर्ग ने बताया कि वर्तमान में, संस्थान का मुंबई में कॉर्पोरेट गवर्नेंस, अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र और हैदराबाद में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) है। कोलकाता में रविवार को संस्थान के सीओई के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को हिडको (डब्ल्यूबीएचआइडीसीओ) के सीएमडी एवं राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवाशीष सेन ने संबोधित किया। मौके पर बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ चंद्रशेखर घोष सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

आइसीएसआइ सीओई पूर्वी क्षेत्र में अपनी तरह का पहला केंद्र है जिसका उद्देश्य शिक्षण, अनुसंधान और प्रशिक्षण के माध्यम से पेशेवर उत्कृष्टता लाना है।कोलकाता में ज्ञान और अनुसंधान की इस मेगा सुविधा के साथ आने के लिए संस्थान को बधाई देते हुए देवाशीष सेन ने कहा, संस्थागत क्षेत्र में स्थित होने के कारण आइसीएसआइ सीओई क्षेत्र के अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को भी लाभान्वित करेगा।

उन्होंने संस्थान से "गो ग्रीन" के लिए अनुरोध किया और नए भवन में सौर ऊर्जा के उपयोग और वर्षा जल संचयन की बात कही ताकि पर्यावरण का भी ध्यान रखा जा सके। सेन के इस आग्रह को संस्थान ने सर आंखों पर लिया। इस मौके पर बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ चंद्रशेखर घोष ने अपने संबोधन में कहा, 'कंपनी सचिवों का महत्व कई गुना बढ़ जाएगा क्योंकि भारत वर्ष 2025 तक पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनना चाहता है। सुशासन की चर्चा है और यह आवश्यक है कि सीएस निदेशक मंडल और अन्य शेयरधारकों के बीच एक संपर्क बनाए रखें।'

उन्होंने कोलकाता में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण कार्य को शुरू करने के लिए संस्थान की प्रशंसा की। इस मौके पर आइसीएसआइ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीएस नागेंद्र डी राव भी उपस्थित रहे। वहीं, आइसीएसआइ के काउंसिल मेंबर और सीओई, कोलकाता इन्फ्रास्ट्रक्चर कमेटी के चेयरमैन सीएस दीपक कुमार खेतान ने वर्चुअल प्रणाली से समरोह को संबोधित किया।आइसीएसआइ के काउंसिल मेंबर सीएस मनीष गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। 


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