अधीर के कार्यालय में नहीं बैठे सोमेन
प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में तीसरे माले पर बने पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के कार्यालय में बैठने से इन्कार कर दिया।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में तीसरे माले पर बने पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के कार्यालय में बैठने से इन्कार कर दिया। यही नहीं, तीसरे माले पर अधीर चौधरी द्वारा कार्पोरेट अंदाज में बनवाए गए कार्यालय को उन्होंने खाली करवा दिया। उसकी जगह अध्यक्ष कार्यालय को पांचवे माले पर फिर से स्थानांतरित किया गया है, जहां कभी कभी बंगाल के पहले मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता सिद्धार्थ शंकर राय, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और बरकत गनी खान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते बैठा करते थे। इस बाबत पूछे जाने पर शनिवार को सोमेन मित्रा ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों के इस पुराने कमरे से पार्टी का समृद्ध इतिहास जुड़ा हुआ है। ज्यादा तामझाम और भव्य बनाने से पार्टी के आम कार्यकर्ता आने से संकोच करने लगते हैं। इससे उनसे दूरी बन जाती है। चकाचौंध से दूर पुराने कार्यालय में कार्यकर्ता नि:संकोच आते-जाते हैं इसलिए उन्होंने उसी पुराने कमरे को ही अपने कार्यालय के लिए चुना। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अध्यक्ष रहते अधीर रंजन चौधरी जिस कमरे में बैठते थे, उसे पूरी तरह खाली करवाकर वहां पार्टी के 10 वरिष्ठ पदाधिकारियों के बैठने लायक बना दिया गया है। ये पदाधिकारी राज्यभर की समस्याओं और पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस का मुख्यालय विधान भवन विधान मेमोरियल ट्रस्ट के अधीन है, जिसके अध्यक्ष सोमेन मित्रा ही हैं। इससे पहले भी प्रदेश अध्यक्ष बनने पर सोमेन मित्रा विधान भवन के पांचवें माले पर ही बैठा करते थे। अधीर रंजन चौधरी को जब प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तो वे पांचवे माले पर स्थित पुराने कार्यालय को छोड़कर तीसरे माले पर चले आए और वहां अपना भव्य कार्यालय बनवाया, जिसे कीमती सामान से सजाया गया। दुर्गापूजा से पहले पार्टी आला कमान के निर्देश पर अधीर चौधरी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर 21 सितंबर को सोमेन मित्रा को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।