उम्रदराज लोगों के लिए कारगर है कांप्लेक्स एंजियोप्लास्टी कांप्लेक्स
रक्त धमनियों के संकरा होने को कारण सीने में दर्द या हृदय आघात हो सकता है। यदि आपके भी हृदय की रक्त धमनियां संकरी हैं तो कांप्लेक्स एंजियोप्लास्टी की जा सकती है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। दिल से जुड़ी बीमारियां अब तेज गति से बढ़ती जा रही हैं। दिल से जुड़ी परेशानी के लिए की जाने वाली सर्जरी एंजियोप्लास्टी भी आम हो गई है। लेकिन उम्रदराज लोगों के लिए कांप्लेक्स एंजियोप्लास्टी काफी कारगर है। यह बात कोलंबिया एशिया अस्पताल के कंसल्टेंट इंटरवेशनल कार्डियोलाजस्टि डा रंजन शर्मा ने कही है। वह महानगर में कांप्लेक्स एंजियोप्लास्टी पर आयोजित परिचर्चा में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिन रोगियों की हृदय कोरोनरी समस्याएं गंभीर हो जाती हैं या चिकित्सा उपचार विफल हो जाता है तो उनकी कार्डियक कैथ जांच की जाती हैं। इस जांच को कार्डियक कैथेटराइजेशन या कोरोनरी एंजियोग्राम भी कहते हैं।
हृदय कैथ, पम्प (रक्त पम्प करना) के दौरान हृदय की रक्त धमनियों और अंदर के हिस्से को दिखाता है। इसे करते समय कैथेटर कही जाने वाली एक ट्यूब रोगी के पैर के ऊपरी हिस्से, जांघ या हाथ की रक्त धमनी में डाला जाता है। इसके बाद इसे हृदय तक पहुंचाया जाता है। कैथेटर के माध्यम से डाई डाली जाती है और एक्स-रे लिए जाते हैं।
डा शर्मा ने कहा कि रक्त धमनियों के संकरा होने को कारण सीने में दर्द या हृदय आघात हो सकता है। यदि आपके भी हृदय की रक्त धमनियां संकरी हैं तो कांप्लेक्स एंजियोप्लास्टी की जा सकती है। इसे पीटीसीए (परकुटेनियस ट्रांसलुमिनल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी) या बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से रक्त प्रवाह बेहतर बनाने के लिए कैथेटर के आखिर में लगे बैलून का उपयोग रक्त धमनी खोलने के लिए किया जाता है। रक्त धमनी को खुला रखने के लिए एक स्टेंट लगाया जा सकता है। स्टेंट तार की नली जैसा छोटा उपकारण होता है।