मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंभीर कोरोना रोगियों के इलाज को स्टेम सेल थेरेपी पर रिसर्च तेज करने को कहा
किडनी निमोनिया और मधुमेह की समस्याओं से पीड़ित गंभीर कोरोना रोगियों को बचाने के लिए कॉर्ड ब्लड थेरेपी (स्टेम सेल) की संभावना का पता लगाना चाहिए।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग से किडनी, निमोनिया और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित कोरोना रोगियों के इलाज के लिए स्टेम सेल थेरेपी के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए सूक्ष्मजीवविज्ञानियों, विशेषज्ञों और चिकित्सा शोधकर्ताओं से संपर्क करने के लिए कहा है।
राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को इस मामले पर जल्द से जल्द गौर करने का निर्देश देते हुए ममता ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि प्लाज्मा थेरेपी पर ट्रॉयल हो रहा है। कुछ मामलों में इसने काम किया और कुछ मामलों में यह कोई भी सकारात्मक परिणाम देने में विफल रहा। मुझे लगता है कि महामारी के इस समय में हमें किडनी, निमोनिया और मधुमेह की समस्याओं से पीड़ित गंभीर कोरोना रोगियों को बचाने के लिए कॉर्ड ब्लड थेरेपी (स्टेम सेल) की संभावना का पता लगाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यही समय है, जब हमें संभावना तलाशने के लिए अपने कॉर्ड ब्लड बैंक में कुछ शोधकर्ताओं को शामिल करना चाहिए। मैं मुख्य सचिव से कहना चाहूंगी कि हमारे कॉर्ड ब्लड बैंक में इस शोध के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं पर काम करना शुरू करें। मैंने पांच साल पहले कोलकाता में इस कॉर्ड ब्लड बैंक की शुरुआत की थी, लेकिन कुछ कानूनी मुद्दों के कारण इसमें कुछ समस्या थी, लेकिन अब शोधकर्ताओं के लिए इस क्षेत्र में काम करने का अवसर है।
ममता बनर्जी ने इस क्षेत्र में पहल करने के लिए शोधकर्ताओं से कहा यह पता चला कि ममता बनर्जी ने शोधकर्ताओं से कहा है कि वे इस क्षेत्र में पहल करें ताकि 'रीजेनेरेटिव मेडिसिन' (सामान्य तरह से काम करने के लिए मानव कोशिकाओं, ऊतकों को बदलने या पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया) बनाने के लिए सेल थैरेपी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें, ताकि कोविड-19 महामारी के समय विशेष रूप से गंभीर रोगियों को बचाया जा सके।