कोलकाता में एक और चिटफंड घोटाला, दफ्तर बंदकर कंपनी मालिक व अधिकारी फरार
चिटफंड घोटाले उजागर होना अब भी जारी है। इस बीच कोलकता में एक और चिटफंड कंपनी पर लोगों को मोटे ब्याज देने का प्रलोभन देकर लाखों रूपये ऐंठकर फरार होने का मामला सामने आया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः सारधा, रोजवैली समेत बंगाल में दर्जनों चिटफंड कंपनियों ने लोगों से कई हजार करोड़ रुपये लूट लिए। जिसकी सीबीआइ जांच चल रही है। इन घोटालों में कई गिरफ्तारियां भी हुई। कई नेता, मंत्री, सांसदों को जेल जाना पड़ा। परंतु, बंगाल में चिटफंड घोटाले उजागर होना अब भी जारी है। इस बीच कोलकता में एक और चिटफंड कंपनी पर लोगों को मोटे ब्याज देने का प्रलोभन देकर लाखों रूपये ऐंठकर फरार होने का मामला सामने आया है।
महानगर के बेनियापुकुर के रहने वाले प्रणव राय नामक एक अवकाश प्राप्त शिक्षक की शिकायत पर आरियान एग्रो प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड नामक उक्त चिटफंड कंपनी के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। कोर्ट के आदेश पर उक्त कपंनी के दो प्रमुख एके सिंह, मैनाक चटर्जी समेत कई और लोगों के खिलाफ जालसाजी समेत इनामी चिट और धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी आरोपित फरार हैं। पुलिस का कहना है कि बांसद्रोणी इलाके में उक्त कंपनी का दफ्तर है जो बंद है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस समय सारधा-रोजवैली जैसी चिटफंड कंपनियां लोगों को ठग रही थी उसी समय यह कंपनी खुली थी। शिक्षक राय का कहना है कि भारी ब्याज की बात कह 2012 से 2017 के बीच पांच वर्षों के लिए डिबेंचर स्कीम में निवेश कराया गया था। शिक्षक ने 1.80 लाख रुपये निवेश किया था। परंतु, मियाद पूरी होने के बाद भी रुपये नहीं मिला तो उन्होंने बांसद्रोणी थाने व लालबाजार पुलिस मुख्यालय में लिखित शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।