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विश्र्वभारती में चीना भवन के सुधार को 90 लाख देगा चीन

बोलपुर के शांतिनिकेतन में विश्र्वभारती विश्र्वविद्यालय में स्थित चीना भवन के सुधार कार्य के लिए चीन सरकार 90 लाख रुपये का अनुदान देगी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 07 May 2018 04:18 PM (IST)Updated: Mon, 07 May 2018 04:18 PM (IST)
विश्र्वभारती में चीना भवन के सुधार को 90 लाख देगा चीन
विश्र्वभारती में चीना भवन के सुधार को 90 लाख देगा चीन

कोलकाता, जागरण संवाददाता। बोलपुर के शांतिनिकेतन में विश्र्वभारती विश्र्वविद्यालय में स्थित चीना भवन के सुधार कार्य के लिए चीन सरकार 90 लाख रुपये का अनुदान देगी। दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने विश्र्वभारती प्रशासन को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है।

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कार्यवाहक कुलपति की सहमति के बाद कार्य को शुरू करा दिया जाएगा। साथ ही पुस्तकालय का आधुनिकीकरण भी किया जाएगा। इसके बाद अधिक छात्र-छात्राओं को चीनी भाषा सीखने का मौका मिलेगा। बता दें कि रवींद्र नाथ टैगोर ने भारत और चीन को एक सूत्र में बांधने के लिए वर्ष 1937 में शांतिनिकेतन में विश्र्वभारती विश्र्वविद्यालय में चीना भवन की स्थापना कराई थी। वर्ष 1957 में चीन के तत्कालीन प्रधानमंत्री झोउ एनलाई भी विश्र्वभारती आए थे। इसके बाद कई मर्तबा चीनी प्रतिनिधिमंडल ने विश्र्वभारती का दौरा किया था। गत 10 वर्षो में चीनी भाषा सीखने के लिए छात्र-छात्राओं की संख्या में इजाफा हुआ है।

उधर, विश्र्वभारती के चीना भवन के साथ चीन की 4 विश्र्वविद्यालयों ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रतिवर्ष दोनों देशों के शिक्षक और विद्यार्थियों का दल शांतिनिकेतन और चीन आते जाते हैं। गत अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के सफर पर गए थे।

उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शि जिंपिंग को शांतिनिकेतन की दो स्मृति चिन्ह भी भेंट की थी। इस दौरान चीन सरकार ने शांतिनिकेतन में चीना भवन के सुधार के लिए 1 करोड़ का अनुदान देने की घोषणा की थी। इनमें 60 लाख रुपये से चीना भवन में बने 4 कमरों का सुधार कार्य तथा बाकी रकम से पुस्तकालय का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इससे पहले भी कोलकाता में चीन के वाणिज्य दूतावास की ओर से 36 लाख की लागत से भाषा प्रयोगशाला का निर्माण करवाया गया था।

सूत्रों के अनुसार आगामी 16 मई को शांतिनिकेतन का एक दल चीन की युन्नान विश्र्वविद्यालय जाएगा, जो 23 मई तक वहां रहेगा। इस बाबत चीना भवन के अध्यक्ष अभिजीत बनर्जी ने बताया कि भारत और चीन को एक सूत्र में बांधे रखने में रवींद्र नाथ टैगोर ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्हीं के पद चिन्हों पर चलते हुए भारत और चीन की संस्कृति से दोनों देशों के युवा वर्ग को जोड़ना ही चीना भवन का लक्ष्य है।

इस बाबत विश्र्वभारती की कार्यवाहक कुलपति सबूजकली सेन ने बताया कि चीना भवन के सुधार के लिए चीन सरकार करीब 90 लाख रुपये देगी। दिल्ली स्थित चीनी दूतावास से इस बाबत एक पत्र मिला है। शीघ्र ही सुधार कार्य के लिए अनुमति दे दी जाएगी। 


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