West Bengal: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजवंशी समुदाय को भंडानी पूजा की दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजवंशी समुदाय और सभी धर्मों के लोगों को वहां मनाई जाने भंडानी पूजा की शुभकामनाएं दी। दुर्गा पूजा खत्म होने के बाद ही उत्तर बंगाल के राजवंशी समुदाय के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर मां दुर्गा की भंडानी के रूप में पूजा की जाती हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। दुर्गा पूजा खत्म होने के बाद ही उत्तर बंगाल के डुआर्स क्षेत्र में विशेषकर राजवंशी समुदाय के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर मां दुर्गा की भंडानी के रूप में पूजा की जाती हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कूचबिहार, अलीपुरद्वार व जलपाईगुड़ी जिलों में रहने वाले राजवंशी समुदाय और सभी धर्मों के लोगों को वहां मनाई जाने भंडानी पूजा की शुभकामनाएं दी।
ममता ने ट्वीट किया, 'त्यौहार के अंत में, त्यौहार फिर से शुरू होता है। समृद्धि की देवी भंडानी पूजा के अवसर पर कूचबिहार,जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार के राजवंशी सहित सभी समुदायों के लोगों को बधाई।' उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा के समापन के साथ ही मां दुर्गा का एक और रूप भंडानी पूजा मंगलवार को उत्तर बंगाल के विभिन्न जगहों में शुरू हुई। खासकर राजवंशी समुदाय के लोग यह भंडानी पूजा करते हैं।
मान्यता है कि अपने पिता के घर आकर मां दुर्गा की 10 दिनों तक खूब सेवा होती है और दशमी के बाद वह वापस अपने पति के घर कैलाश पर्वत पर लौटती हैं। इस दौरान रास्ते में उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र डुआर्स में उन्होंने विश्राम किया था। यहां राजवंशी समुदाय के लोगों ने बड़े पैमाने पर मां दुर्गा की पूजा की थी इसीलिए दुर्गा पूजा के समापन के ठीक बाद उस क्षेत्र में भंडानी रूप की पूजा की जाती है। 3 दिनों तक चलने वाली भंडानी पूजा, जिसे राजवंशियों का त्योहार कहा जाता है, दसवीं के एक दिन बाद शुरू होती है। बताते चलें कि अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले राजवंशी समुदाय पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की विशेष नजर है। उत्तर बंगाल में इस समुदाय के लोगों का खासा प्रभाव है, इसके मद्देनजर हर दल उनको अपने पाले में करने के लिए कोशिश में जुटे हैं।