Move to Jagran APP

ममता ने कहा- 34 साल सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा राज्य का इतिहास-भूगोल नहीं जानती

विधानसभा में डेंगू पर बहस के दौरान ममता ने कहा-विपक्ष ऐसे बर्ताव कर रहा है जैसे डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा की हम आमद कर रहे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 09:51 AM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 09:51 AM (IST)
ममता ने कहा- 34 साल सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा राज्य का इतिहास-भूगोल नहीं जानती
ममता ने कहा- 34 साल सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा राज्य का इतिहास-भूगोल नहीं जानती

कोलकाता, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष पर डेंगू को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। मंगलवार को विधानसभा में डेंगू पर बहस के दौरान ममता ने कहा-'विपक्ष ऐसे बर्ताव कर रहा है, जैसे डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा की हम आमद कर रहे हैं। अगर हम सच में ऐसे मच्छरों की आमद कर पाते तो उन्हें विपक्ष को काटने को कहते ताकि सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले वे इससे होने वाली पीड़ा को समझ पाते।'

loksabha election banner

मुख्यमंत्री ने आगे कहा-'राज्य सरकार के प्रयास के कारण ही बीते साल के मुकाबले इस साल डेंगू से मरने वालों की संख्या कम हुई है। अब तक राज्य में डेंगू से 27 लोगों की मौत हुई है जबकि पीडि़तों की संख्या 44,852 है।'

पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा-'34 साल सत्ता में रहने के बावजूद वे लोग राज्य का इतिहास-भूगोल नहीं जानते। जब भी डेंगू पर बहस की बात हुई तो वाममोर्चा और कांग्रेस ने सदन से वाकआउट किया।'

गौरतलब है कि डेंगू को लेकर विधानसभा में संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ चटर्जी ने बहस का प्रस्ताव पेश किया था, जिसपर विपक्षी दलों के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया था। उनका कहना था कि राज्य सरकार की उदासीनता की वजह से डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। इस पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और फिर मुख्यमंत्री ने अपना पक्ष रखा।

ममता ने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने का है। किसी की भी मृत्यु दुखद है। हमें यह समझना होगा कि सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है। बंगाल देश में बीमारी का मुफ्त में इलाज करने वाला राज्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल सरकार ने डेंगू सहित मच्छर वाहित विभिन्न रोगों की रोकथाम के लिए आवंटित राशि को भी 245 करोड़ रूपये से बढ़ाकर 475 करोड़ रुपये कर दिया है। लोगों को घर-घर जाकर जागरूक करने के लिए राज्य सरकार ने 51 हजार लोगों की नियुक्ति की है। इसके साथ ही राज्य के 3,000 चिकित्सक व 4000 नर्स डेंगू से पीडि़त लोगों का इलाज कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में डेंगू का प्रकोप नहीं है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में डेंगू के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। कुछ कॉरपोरेट कंपनियां व निजी नर्सिंग होम डेंगू को लेकर लोगों में अफवाह फैला रहे हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.