सीईएससी आपदा प्रबंधन टीम ने रिकार्ड त्रुटियों की मरम्मत की
जागरण संवाददाता, कोलकाता : मंगलवार शाम आई विनाशकारी कालबैशाखी ने सीईएससी की बिजली की आ
जागरण संवाददाता, कोलकाता : मंगलवार शाम आई विनाशकारी कालबैशाखी ने सीईएससी की बिजली की आपूर्ति सेवा को बुरी तरह प्रभावित किया है। विशेष रूप से शहर के वे क्षेत्रों अधिक प्रभावित हुए जहां ओवरहेड तारों से विद्युत सेवा की व्यवस्था है। जबकि भूमिगत कैबल्स काफी हद तक अप्रभावित रहे। मुख्य रूप से शहर के उत्तरी व पूर्वी क्षेत्र ज्यादा प्रभावित रहे। प्रभावित क्षेत्रों में पाटुली, पंचशायर, सर्वे पार्क, लेक टाउन, बांगुर, दमदम, कमरहंट्टी, खड़दह, सोदपुर, हावड़ा और श्रीरामपुर शामिल है। कालबैशाखी के बाद सीईएससी के आपातकालीन टेलीफोन नंबर 1912 पर पूरी रात कॉल आते रहे। औसत 4000 की जगह मंगलवार रात इस नंबर पर करीब 36,000 फोन कॉल आए। खबर मिलते ही सीईएससी की आपातकालीन मरम्मत सेवाएं तुरंत शुरू कर दी गई और कुल 1500 लोग पूरी रात मरम्मत का कार्य किया। सीईएससी के प्रवक्ता के मुताबिक 70 फीसद मरम्मत कार्य मंगलवार रात ही पूरा कर लिया गया जबकि बाकी कार्य बुधवार तक पूरा किया गया। सौभाग्य से कोई बड़ी समस्या नहीं हुई है और सभी नगरपालिकाओं की जल निकासी पम्पिंग स्टेशन आसानी से काम कर रहे थे। सीईएससी नगरपालिकाओं के साथ लगातार संपर्क में है और नागरिकों को कोई असुविधा ना हो इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। भारी बारिश के बाद बुधवार बिजली की माग में उल्लेखनीय गिरावट आई है। इस दिन सुबह 11 बजे तक बिजली की मांग 1428 मेगावाट रही जबकि मंगलवार अधिकतम माग 1868 मेगावाट थी। 6000 से ज्यादा सीईएससी के प्रतिनिधियों को स्पेशल अलर्ट किया गया है और सीईएससी आपदा प्रबंधन सेल स्थिति पर विशेष नजर रखे हुए है।