केंद्र ने हुगली नदी पर वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे सहित बंगाल में तीन परियोजनाओं को दी मंजूरी
केंद्र ने कोलकाता में हुगली नदी पर नए पुल के निर्माण को अपनी मंजूरी दे दी है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत इसका निर्माण किया जाएगा। यह पुल चार लेन वाला होगा। इसके अलावा बंगाल में दो और बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजनाओं को मंजूरी मिली।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्र ने कोलकाता में हुगली नदी पर नए पुल के निर्माण को अपनी मंजूरी दे दी है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत इसका निर्माण किया जाएगा। यह पुल चार लेन वाला होगा। इसके अलावा बंगाल में दो और बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजनाओं (रक्सौल-हल्दिया और खडग़पुर-मोडग़्राम) को भी केंद्र की ओर से मंजूरी दी गई है। इन सबपर कम से कम 50 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बंगाल सरकार के सामने अब चुनौतियां
प्रत्येक सड़क परियोजना को आर्थिक कारीडोर का दर्जा दिया जाएगा। बंगाल सरकार के सामने अब इन परियोजनाओं के लिए जमीन की व्यवस्था करने की चुनौती है। पता चला है कि खडग़पुर-मोडग़्राम एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए जमीन जुगाड़ करने का काम शुरू किया गया है। ये तीनों परियोजनाएं राज्य सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनके लिए सारा फंड केंद्र की ओर से दिया जाएगा।
620 किमी लंबी होगी यह सड़क
बंगाल सरकार की आर्थिक स्थिति बदहाल है। ऐसे में उसके लिए सड़क आधारभूत संरचना संबंधी किसी भी परियोजना की लागत वहन कर पाना संभव नहीं है। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत हुगली नदी पर नए पुल के निर्माण का प्रस्ताव राज्य सरकार की तरफ से ही दिया गया था। बाटानगर-बजबज-पुजाली के आसपास नए पुल के निर्माण का प्रस्ताव दिया गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 620 किलोमीटर लंबी वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत बनने वाली सड़क बंगाल में पुरुलिया, बांकुड़ा, पश्चिम मेदिनीपुर और हावड़ा जिले के विभिन्न स्थानों से होते हुए कोलकाता पहुंचेगी।