सारधा, रोज वैली व नारद कांड में सीबीआइ ने किया दो डीएसपी रैंक के जांच अधिकारियों का तबादला
दिल्ली और बिहार के दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को सारधा व रोज वैली चिटफंड घोटाले और नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड की जांच के प्रमुख के रूप में तैनात किया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : हजारों करोड़ रुपए के सारधा व रोज वैली चिटफंड घोटाले के साथ नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड में सीबीआइ ने दो जांच अधिकारियों का तबादला कर दिया है। यह दोनों अधिकारी डीएसपी रैंक के थे। सूत्रों के मुताबिक इनके बदले दिल्ली तथा बिहार से दो जांच अधिकारियों को लाया जा रहा है। बताते चलें कि बंगाल में अगले वर्ष होने विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर केंद्रीय जांच एजेंसी सक्रिय हो गई है। पिछले दिनों इस मामले से जुड़े तृणमूल कांग्रेस के पांच नेताओं को सीबीआइ ने संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए नोटिस भेजा था।
सारधा चिटफंड घोटाले के जांच अब दिल्ली के एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करेंगे
सूत्रों का कहना है कि सारधा व रोज वैली चिटफंड घोटाले के साथ नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड में एक नया मोड़ आ गया है। तीन पुलिस अधीक्षकों के बाद जांच अधिकारियों को भी इस बार स्थानांतरित किया गया है। सारधा चिटफंड घोटाले के जांच अधिकारी डीएसपी तथागत वर्धन का भी तबादला कर दिया गया। उनके स्थान पर दिल्ली के एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यभार संभालेंगे।
दिल्ली और बिहार के दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोज वैली और नारद जांच प्रमुख
सूत्रों के अनुसार दिल्ली और बिहार के दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को रोज वैली और नारद जांच के प्रमुख के रूप में रखा गया है। अब तक डीएसपी रैंक के अधिकारी जांच कर रहे थे। उन्हें पहले ही अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है। सीबीआइ ने दोनों मामलों में जांच को तेज करने के लिए यह कदम उठाया है।
नए सिरे से एसपी रैंक के तीन अधिकारियों को आर्थिक अपराध शाखा 4 में लाए थे
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव से पहले चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की टीम को नए सिरे से सजाया गया था। एसपी रैंक के तीन अधिकारियों को आर्थिक अपराध शाखा 4 में लाया गया था। एसपी जय देओल और एसपी एसएस बराल को मुख्यालय से कोलकाता भेजा गया था। एक और आइपीएस अधिकारी आर्थिक अपराध शाखा 4 में तैनात हैं। दो मामलों में कुल चार एसपी अधिकारियों पर जांच का जिम्मा था।