सांसद को धमकाने का मामला: सीएम ने दिया जांच का आदेश
तृणमूल के ही लोगों द्वारा पार्टी सांसद को धमकाने के मामले को मुख्यमंत्री कार्यालय में पहुंचने में देर नहीं लगी। ममता ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता]। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे शिशिर बोस की पत्नी कृष्णा बोस एवं उनके सांसद पुत्र सुगत बोस को सिंडिकेट से जुड़े लोगों द्वारा धमकाने के मामले की जांच का आदेश दिया है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार एवं राज्य पुलिस के महानिदेशक सुरजीत कुमार पुरकायस्थ को इस बाबत निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि सोमवार को कुछ लोग तृणमूल कांग्रेस सांसद के 90, शरत बोस रोड स्थित निवास स्थल में घुस आए थे और उन्हें एवं उनकी मां को धमकाया था। वे निवास स्थल की चल रही मरम्मत के बारे में सवाल कर रहे थे। जाते-जाते उन्होंने यह भी कहा था कि वे सत्तारूढ़ दल के हैं इसलिए पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।
तृणमूल के ही लोगों द्वारा पार्टी सांसद को धमकाने के मामले को मुख्यमंत्री कार्यालय में पहुंचने में देर नहीं लगी। ममता ने मामले की जांच का आदेश दिया है। गौरतलब है कि इस मामले में अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस बीच माकपा ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि अगर एक सांसद के साथ बदमाश इस तरह का बर्ताव कर सकते हैं तो कल्पना की जा सकती है कि बंगाल में रियल इस्टेट कंपनियां किस तरह से काम कर रही हैं। ऐसी गैरकानूनी गतिविधियां अविलंब बंद होनी चाहिए। अगर हम बंगाल को वैश्विक मानचित्र पर देखना चाहते हैं तो राज्य सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए।