ऑनलाइन नौकरी देने में कोलकाता सबसे आगे हैं
सरकारी नौकरी के अलावा जिस क्षेत्र में नौकरियों के अवसर में गिरावट दर्ज की गई है, उनमें आइटी और इंटरनेट सेवा भी शामिल हैं।
कोलकाता, जेएनएन। इंटरनेट के फैलाव के साथ ही डिजिटल दुनिया का विस्तार होता चला गया है और इस जुड़ी नौकरियों की भरमार हो गई है। भारत कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपना एक स्थान बनाने में कामयाब रहा। ऐसे में पूरी दुनिया में ऑनलाइन नौकरी का दौर चला। अब एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि ऑनलाइन नौकरी देने में कोलकाता सबसे आगे हैं।
कोलकाता ने देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर को भी पछाड़ दिया है। अभी तक माना जाता है कि बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, दिल्ली सबसे आगे रहते हैं, लेकिन नए सर्वे रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है। इस रिपोर्ट के अनुसार 29 फीसद नौकरी देकर कोलकाता इस सूची में सबसे ऊपर है, जबकि चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार पुणे- 5 फीसद, चेन्नई 2 फीसद, हैदराबाद 1 फीसद, बेंगलुरु 0 फीसद यह दर रही है।
दिल्ली (एनसीआर) में एक प्रतिशत की कमी देखी गई है। ऑनलाइन नौकरी देने के मामले में सरकार, पीएसयू और रक्षा क्षेत्र पिछले साल की तुलना में 34 फीसद पिछड़ गए हैं। वहीं प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 54 फीसद की तेजी दर्ज हुई है। समाज में यह सोच है कि सरकारी नौकरी युवाओं को सपना होती है। रिपोर्ट के अनुसार निजी क्षेत्र में मोटा वेतन ने आज के युवाओं का रुख को निजी क्षेत्र की ओर मोड़ रहा है।
सरकारी नौकरी के अलावा जिस क्षेत्र में नौकरियों के अवसर में गिरावट दर्ज की गई है, उनमें आइटी और इंटरनेट सेवा भी शामिल हैं। अप्रैल के मोंसटर इंप्लाई इंडेक्स में कहा गया है, सरकार या पीएसयू या रक्षा (34 फीसद की गिरावट) ने सभी निगरानी उद्योग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा सालाना गिरावट दर्ज की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल में देश में सभी प्रमुख उद्योगों में भर्तियों में पिछले साल के अप्रैल की तुलना में औसतन 11 फीसद की तेजी दर्ज की गई।
उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र में भर्तियों में समीक्षाधीन माह में सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई है। मोंस्टर इंप्लायमेंट इंडेक्स अप्रैल 2018 में ऑनलाइन भर्ती गतिविधियों में साल-दर-साल आधार पर 11 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र में सबसे अधिक 54 फीसद की तेजी दर्ज की गई। वहीं, दूरसंचार और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के क्षेत्र में ऑनलाइन भर्तियों में 28 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।