बीएसएफ ने सीमा पर वन्य जीवों की तस्करी को नाकाम कर 11 तोते के साथ तस्कर को पकड़ा
पकड़े गए तस्कर ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से नियमित तौर पर तस्करी मे शामिल है। बीएसएफ ने तस्करी से बचाए गए तोते को आगे की कार्यवाही के लिए वन विभाग कार्यालय तेंतुलिया को जबकि गिरफ्तार तस्कर को पुलिस स्टेशन स्वरूप नगर के हवाले कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने ड्यूटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध करते हुए एक बार फिर से तस्करों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से 11 तोते के साथ एक तस्कर को दबोचा है। तस्कर तोते को तस्करी के उद्देश्य से भारत से बांग्लादेश ले जाने की फिराक में था।
एक बयान में बताया गया कि यह घटना 17 मई की है जब एक खुफिया सूचना के आधार पर सीमा चौकी तराली, 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक स्पेशल एम्बुश लगाया। शाम के समय एम्बुश पार्टी ने एक संदिग्ध युवक की हरकत देखी जो नित्यनन्द काठी की तरफ से तराली गांव की तरफ जा रहा था। जवानों ने जब तस्कर को चुनौती दी तो उसने तराली गांव की तरफ भागने की कोशिश की लेकिन मुस्तैद जवानों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। उसके पास से बरामद नायलान के दो बैग की जब तलाशी ली गई तो उसके अंदर से कुल 11 तोता मिले। पकड़े गये तस्कर की पहचान तुहिन गाज़ी (25), ग्राम - तराली, डाकघर - हाकिमपुर, थाना- स्वरूपनगर, जिला- उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल के रूप मे हुई।
पूछताछ में पकड़े गए तस्कर ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से नियमित तौर पर तस्करी मे शामिल है। उसने दावा किया कि सुबह बिठारी बाजार में उसे आरिफ़ नाम के एक तस्कर ने ये सभी तोते दिए थे जिसे बीएसएफ ड्यूटी लाइन क्रास करने के बाद इसे आलमीन गेन को ताराली गांव में सौंपना था। इसके लिए उसे आरिफ़ से 500 रुपये मिलना था। इधर, बीएसएफ ने तस्करी से बचाए गए तोते को आगे की कार्यवाही के लिए वन विभाग कार्यालय, तेंतुलिया को जबकि गिरफ्तार तस्कर को पुलिस स्टेशन स्वरूप नगर के हवाले कर दिया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ
इधर, इस सफलता पर 112वीं वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट नारायण चन्द ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि उनके जवानों की नजरों से कुछ नहीं छिप सकता। उन्होंने ये भी कहा कि उनके पास तस्करी से संबंधित सटीक जानकारी देने के लिए शानदार टीम भी मौजूद है जो सीमावर्ती इलाके में होने वाली आपराधिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखती हैं।