बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा से 31 लाख रुपये से अधिक की सोने की अंगूठियां जब्त की
बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 604.510 ग्राम वजन के 208 पीस सोने की अंगूठियां जब्त की है इनका मूल्य 3132268 रुपये बताया गया है। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 604.510 ग्राम वजन के 208 पीस सोने की अंगूठियां जब्त की है। बीएसएफ की ओर से शुक्रवार को एक बयान में बताया गया कि जब्त सोने का मूल्य 31,32,268 रुपये आंका गया है।
नदिया में बीएसएफ की सीमा चौकी बानपुर, 54वीं बटालियन के इलाके से इन आभूषणों की अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत से बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। बयान के मुताबिक, 8 अक्टूबर, गुरुवार को बीएसएफ की खुफिया ब्रांच से सीमा चौकी बानपुर के इलाके से सोने के गहनों की तस्करी की सूचना मिलने पर जवानों ने भारत बांग्लादेश बॉर्डर फेंस के आगे एक विशेष ऑपरेशन लगाया। दोपहर लगभग ढाई बजे एंबुश पार्टी ने एक संदिग्ध तस्कर की गतिविधि देखी जो कि भारत की तरफ से भारत बांग्लादेश बॉर्डर फेंस की तरफ बढ़ रहा था। जैसे ही तस्कर फेंस के नजदीक पहुंचा, उसने लाल रंग का एक प्लास्टिक का पैकेट फेंस के ऊपर से बांग्लादेश की तरफ फेंका। उसी समय तुरंत कार्रवाई करते हुए बीएसएफ के जवानों ने उसे चेतावनी दी और उसका पीछा किया परंतु वह तस्कर घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर बानपुर गांव की तरफ भागने में सफल रहा। उसके पश्चात एंबुश पार्टी ने इलाके की तलाशी ली और लाल रंग का प्लास्टिक का पैकेट बरामद किया।
पैकेट के अन्दर से सोने की कुल 208 अंगूठियां (सभी अंगूठियों का वजन लगभग 604.510 ग्राम) बरामद किया तथा इसका मूल्य 31,32,268 रुपये आंका गया। बीएसएफ ने जब्त किए गए आभूषणों को बानपुर कस्टम कार्यालय को सौंप दिया है। अधिकारियों का कहना है कि बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसके कारण से तस्करों को अपनी आपराधिक गतिविधियां अंजाम देने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं। उनमें से कई पकड़े जा रहे हैं और अपराध करने के लिए उन्हें दंड दिया जा रहा हैं।