बीएसएफ ने अवैध रूप से सीमा पार करते पकड़े गए सात और बांग्लादेशी नागरिकों को सद्भावना स्वरूप वापस लौटाया
बंगाल के नदिया व उत्तर 24 परगना जिले से बीएसएफ ने अंतररराष्ट्रीय सीमा पार करते 12 बांग्लादेशी और तीन भारतीय नागरिकों को पकड़ा। बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों का पूर्व में अवैध रूप से सीमा पार करने अथवा कोई अन्य अपराधिक इतिहास नहीं मिला।
कोलकाता, राजीव कुमार झा। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के सीमावर्ती नदिया व उत्तर 24 परगना जिले से अवैध रूप से अंतररराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश करते 12 बांग्लादेशी और तीन भारतीय नागरिकों समेत कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि इनमें से सात बांग्लादेशी नागरिकों को बीएसएफ ने मानवीय दृष्टिकोण और सद्भावना स्वरुप वापस बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया है। इनमें चार महिलाएं एवं तीन पुरुष हैं।
गौरतलब है कि 30 दिसंबर को भी बीएसएफ ने दक्षिण बंगाल बॉर्डर इलाके में अवैध रूप से सीमा पार करते पकड़े गए चार बंगलादेशी नागरिकों को वापस लौटा दिया था। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि 2/3 जनवरी को बीएसएफ की सीमा चौकी रामनगर व हकीमपुर इलाके से बीएसएफ जवानों ने अलग-अलग घटनाओं में अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत व भारत से बांग्लादेश जाने की कोशिश करते 15 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें 12 बांग्लादेशी थे।
बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों का पूर्व में अवैध रूप से सीमा पार करने अथवा कोई अन्य अपराधिक इतिहास नहीं मिला। इसके बाद बीएसएफ ने सद्भावनापूर्ण पहल करते हुए बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने के लिए बीजीबी से संपर्क किया। तीन दिसंबर, रविवार को बीएसएफ की संबंधित सीमा चौकियों के पोस्ट कमांडरों ने बीजीबी के संबंधित पोस्ट कमांडरों के साथ फ्लैग मीटिंग की और गिरफ्तार 12 में से सात बांग्लादेशी नागरिकों को वापस सौंप दिया। इनमें से चार बांग्लादेशी नागरिकों को बीजीबी बॉर्डर आउट पोस्ट काकडांगा, 33 बीजीबी को सौंपा गया।
एक बांग्लादेशी नागरिक को बीजीबी बॉर्डर आउट पोस्ट चार्माझार्डियार को, एक को बीजीबी बॉर्डर आउट पोस्ट चिलमारी एवं एक बांग्लादेशी नागरिक को बीजीबी बॉर्डर आउट पोस्ट जाधवपुर, 58 बीजीबी को सौंपा। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ और बीजीबी ने हमेशा ही अच्छे आपसी संबंध विकसित किए हैं और इस प्रकार के मुद्दों को हल कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हाल में दोनों देशों के सीमा रक्षकों के बीच हुई आईजी (महानिरीक्षक) स्तरीय वार्ता के दौरान बीजीबी अधिकारियों ने विश्वास दिलाया था कि अवैध रूप से सीमा पार करते यदि उनके देश के नागरिक पकड़े जाते हैं तो उन्हें वापस सौंपने पर वह अपने देश (बांग्लादेश) में उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे। बीएसएफ ने इसी के मद्देनजर सद्भावनापूर्ण पहल करते हुए बांग्लादेशी नागरिकों को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के हवाले कर दिया।
बीएसएफ हमेशा मानवीय दृष्टिकोण में रखती है विश्वास : अधिकारी
बीएसएफ प्रवक्ता गुलेरिया ने बताया कि बीएसएफ हमेशा ऐसे मुद्दों को हल करने की दिशा में मानवीय दृष्टिकोण में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा गलती से अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश करते या उस पार जाने की कोशिश करते हुए पकड़े गए कई बांग्लादेशी मछुआरों व अन्य नागरिकों को हाल में बीजीबी को वापस लौटाया जा चुका है। उधर, अवैध रूप से सीमा पार करते गिरफ्तार अन्य नागरिकों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बीएसएफ ने नदिया के हंसखली थाने के हवाले कर दिया है।
अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही बीएसएफ
गौरतलब है कि बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की कड़ी निगरानी के कारण उपद्रवियों व घुसपैठियों को सीमावर्ती क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में काफी कठिनाई महसूस हो रही है। उनमें से कई को अपराध करने के लिए पकड़ा जा रहा है।