बीएसएफ ने अवैध रूप से भारत में घुसपैठ करते पकड़े गए नौ और बांग्लादेशी नागरिकों को सद्भावना स्वरूप वापस लौटाया
बंगाल के नदिया जिले से लगी अंतररराष्ट्रीय सीमा को पार कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश करते पकड़े गए थे सभी। बीएसएफ प्रवक्ता गुलेरिया ने आगे बताया कि बांग्लादेश से भारत में अवैध प्रवासन (घुसपैठ) सुरक्षाबलों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
कोलकाता, राजीव कुमार झा। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के सीमावर्ती नदिया जिले से अवैध रूप से अंतररराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसपैठ करने की कोशिश करते नौ और बांग्लादेशी नागरिकों को सोमवार को गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में बीएसएफ ने मानवीय आधार पर सद्भावना स्वरुप इन सभी नौ बांग्लादेशी नागरिकों को उसी दिन वापस बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया। इनमें पांच महिलाएं, एक पुरुष, 16 व आठ साल की दो बच्ची एवं एक आठ साल का बालक है।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि चार जनवरी की सुबह करीब 5 बजे नदिया जिले में बीएसएफ की सीमा चौकी कुमारी इलाके से आठवीं बटालियन के जवानों ने अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत में प्रवेश की कोशिश करते इन सभी लोगों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि बांग्लादेश के अलग-अलग जिले के रहने वाले इन लोगों में से कुछ रोजगार के सिलसिले में तो कुछ अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए दलाल की मदद से यहां आ रहे थे।
बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों का पूर्व में अवैध रूप से सीमा पार करने अथवा कोई अन्य अपराधिक इतिहास नहीं मिला। इसके बाद बीएसएफ ने सद्भावनापूर्ण पहल करते हुए बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने के लिए बीजीबी से संपर्क किया। सोमवार शाम को ही बीएसएफ की संबंधित सीमा चौकी के पोस्ट कमांडर ने बीजीबी के संबंधित पोस्ट कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की और अवैध रूप से घुसपैठ करते पकड़े गए सभी नौ बांग्लादेशी नागरिकों को वापस सौंप दिया।
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ और बीजीबी ने हमेशा ही अच्छे आपसी संबंध विकसित किए हैं और इस प्रकार के मुद्दों को हल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल में दोनों देशों के सीमा रक्षकों के बीच हुई आईजी (महानिरीक्षक) स्तरीय वार्ता के दौरान बीजीबी अधिकारियों ने विश्वास दिलाया था कि अवैध रूप से सीमा पार करते यदि उनके देश के नागरिक पकड़े जाते हैं तो उन्हें वापस सौंपने पर वह अपने देश (बांग्लादेश) में उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
बीएसएफ ने इसी के मद्देनजर सद्भावनापूर्ण पहल करते हुए बांग्लादेशी नागरिकों को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के हवाले कर दिया। गुलेरिया ने बताया कि इससे पहले तीन जनवरी व 30 दिसंबर को भी दक्षिण बंगाल बॉर्डर इलाके से अवैध रूप से सीमा पार करते पकड़े गए क्रमशः सात और चार बांग्लादेशी नागरिकों को बीएसएफ ने सद्भावना स्वरूप वापस लौटा दिया था। उन्होंने बताया कि बीएसएफ हमेशा ऐसे मुद्दों को हल करने की दिशा में मानवीय दृष्टिकोण में विश्वास रखती है।
बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ बीएसएफ के लिए बड़ी चुनौती : अधिकारी
बीएसएफ प्रवक्ता गुलेरिया ने आगे बताया कि बांग्लादेश से भारत में अवैध प्रवासन (घुसपैठ) सुरक्षाबलों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। प्रतिकूल जलवायु और घने कोहरे के बावजूद सीमा सुरक्षा बल के जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा के प्रभावी प्रबंधन के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की कड़ी निगरानी के कारण उपद्रवियों व घुसपैठियों को सीमावर्ती क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में काफी कठिनाई महसूस हो रही है। उनमें से कई को अपराध करने के लिए पकड़ा जा रहा है।उन्होंने कहा कि इसके अलावा अपने पड़ोसी देश बांग्लादेश को सद्भावना के रूप में बांग्लादेशी नागरिकों को प्रत्यावर्तित करके बीएसएफ ने पड़ोसी देश के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने में भी सराहनीय कदम उठाया है।